ऋषिकेश: हरिद्वार रोड स्थित कोयल घाटी से वीरभद्र तक बनी 3 करोड़ की सड़क पर कुछ ही महीनों में जगह-जगह गड्ढे में तब्दील हो चुकी है. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एम्स दौरे से पहले सड़कों के गड्ढे भरे जा रहे हैं, जो केवल खानापूर्ति है.
पीएम मोदी के दौरे की वजह से खस्ताहाल वीरभद्र रोड को फिर से दुरुस्त किया जा रहा है. सीवर पाइप लाइन डालने के बाद विभाग ने सड़क का डामरीकरण तो कर दिया, लेकिन उसकी गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा. कुछ समय पहले एक ट्रक सड़क में धंस गया था. सड़कों में पड़े गड्ढे गुणवत्ता की पोल खोल रहा है.
प्रधानमंत्री के दौरे की सूचना मिलने के बाद विभाग हरकत में आया है. गड्ढे से भरी सड़कों को भरने का काम किया जा रहा है, लेकिन लोग इसे विभाग की नाकामियों को छुपाना बता रहे हैं. बता दें कि वीरभद्र रोड पर एम्स बनने से प्रतिदिन करीब 4 हजार मरीज यहां पहुंचते हैं. दर्जनों एंबुलेंस प्रतिदिन गंभीर मरीजों को लेकर एम्स पहुंचती है.
कई बार सीएम पोर्टल और अधिकारियों से सड़क को लेकर शिकायत की जा चुकी है, लेकिन सुध लेने वाला कोई नहीं है. पूर्व जनप्रतिनिधि रवि जैन का कहना है कि शिकायतों के बावजूद वीरभद्र रोड की गुणवत्ता सवालों के घेरे में है. जब भी कोई वीआईपी मूवमेंट होता है तो पैच वर्क कर सड़क को ठीक कर दिया जाता है. अन्यथा हजारों लोग प्रतिदिन सड़क पर ही हिचकोले खाते हुए चलते हैं.
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पूर्व जनप्रतिनिधि राम कुमार संगर ने भी सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर कई सवाल खड़े किए हैं. एम्स ऋषिकेश में प्रतिदिन लगभग 4000 ओपीडी मरीज पहुंचते हैं. इसके साथ ही ट्रामा पेशेंट अलग से आते हैं. इतना सब कुछ होने के बावजूद भी संबंधित विभाग ने सड़क को दुरुस्त करने की जहमत नहीं उठाई.
वहीं, अब पीएम दौर से पहले विभाग सड़क पर पैच वर्क कर लीपापोती करने में जुट गया है. लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ने इस पैच वर्क को रूटीन वर्क बताया. विभाग का कहना है कि ऐसा कार्य चलता रहता है. विभाग की कमी छुपाते हुए अधिकारी ने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है. क्योंकि अभी कुछ ही माह पहले उनकी ऋषिकेश अब पोस्टिंग हुई है.