ऋषिकेश: राजाजी टाइगर रिजर्व (Rajaji Tiger Reserve) के गौहरी रेंज में वन विभाग ट्रांसफर नीति का जमकर उल्लंघन (Forest department violating transfer policy in Gohri range rishikesh) कर रहा है. कई अधिकारी नियमों का उल्लंघन कर सालों से रेंज में ड्यूटी कर रहे हैं. जिसकी उच्च अधिकारियों द्वारा कोई सुध नहीं ली जा रही है.
दरअसल, वन विभाग में ट्रांसफर नीति के तहत कोई भी अधिकारी और कर्मचारी एक रेंज में तीन साल से ज्यादा ड्यूटी नहीं कर सकता. अगर किसी अधिकारी और कर्मचारी के साथ कोई बीमारी या अन्य जटिल समस्या सामने आती है तो ही उच्चाधिकारियों की परमिशन से वह अपना कार्यकाल 6 माह से 12 माह तक बढ़वा सकता है. इससे अधिक एक ही रेंज में डटे रहने का अधिकार वन विभाग का एक्ट नहीं देता है.
बात करें राजाजी टाइगर रिजर्व के यमकेश्वर स्थित गौहरी रेंज की तो इस रेंज में एक दो नहीं बल्कि पूरे 16 अधिकारी और कर्मचारी ऐसे हैं, जो ट्रांसफर नीति का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं. जानकारी मिली है कि वर्ष 2007 से लेकर 2018 तक गौहरी रेंज में तैनाती पा चुके 16 अधिकारी और कर्मचारी ट्रांसफर नीति का उल्लंघन कर एक ही जगह जमे हुए हैं.
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खास बात यह है कि ट्रांसफर नीति का उल्लंघन के संबंध में जब वन्यजीव प्रतिपालक मधुकर धकाते से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी चार्ज संभाला है. अब इन सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जाएगा और सरकार की जो नीतियां है. उसको अमल में लाते हुए ट्रांसफर किए जाएंगे. किसी भी स्थान पर 3 वर्ष से अधिक समय तक कर्मचारी को तैनात नहीं रहने दिया जाएगा.
ये कर रहे हैं ट्रांसफर नीति का उल्लंघन-
- दीनदयाल कुकरेती, वन दरोगा
- अनिल कुमार ,वन दरोगा
- महेंद्र सिंह, वन दरोगा
- अनुपम रावत, वन आरक्षी
- हरीश कुमार, वन आरक्षी
- जगदीश सिंह, वन आरक्षी
- चंद्र मोहन सिंह, वन आरक्षी
- अली हसन, उपराजिक
- सूरजपाल वन दरोगा
- रमेश दत्त कोठियाल, वन दरोगा
- रियासत खान, चौकीदार
- वीरेंद्र प्रसाद बडोला, वन दरोगा
- जानकी प्रसाद, वन आरक्षी
- हरपाल सिंह, वन दरोगा
- सीमा बिष्ट, वन दरोगा
- नंदा देवी, पत्रवाहक