देहरादून: राजधानी दून के राधा स्वामी सत्संग भवन में आज 18 साल की उम्र से अधिक आयु वर्ग के लिए वैक्सीनेशन की शुरुआत की गई. इस दौरान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत समेत मंत्री सुबोध उनियाल और धन सिंह रावत भी मौजूद रहे. लेकिन हैरानी की बात ये रही कि सभी को कोरोना गाइडलाइन का पाठ पढ़ाने वाले माननीय खुद उसका पालन नहीं करते दिखे.
एक तरफ ये सभी लोग सेंटर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना भूल गए और एक साथ ही वैक्सीनेशन सेंटर में घूमते रहे. दूसरी तरफ कई लोग सेंटर के बाहर धक्के खाते हुए दिखाई दिए. दरअसल, सेंटर में कई लोग रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद पहुंचे थे. लेकिन इन्हें अंदर नहीं घुसने दिया गया. यही नहीं रजिस्ट्रेशन के दौरान न तो उन्हें वैक्सीन लगाए जाने का सेंटर बताया गया और न ही कोई तारीख उसमें दर्ज की गई थी.
पढ़ें- प्रदेश में वैक्सीन की कमी नहीं, पंचायत स्तर तक बनेगा वैक्सीनेशन सेंटर: CM
कई लोग ऐसे भी थे जो सेंटर पहुंचे और उन्होंने पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन न हो पाने की शिकायत भी दर्ज की. लेकिन न तो उनकी कोई सुनने वाला था और न ही वैक्सीन सेंटर में उन्हें अंदर आने की इजाजत दी जा रही थी. लिहाजा मायूस होकर लोगों को वापस जाना पड़ा.
गौर हो कि आज मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने प्रदेश में 18+ टीकाकरण अभियान की शुरुआत की. इसके तहत प्रदेश के 50 लाख युवाओं का कोविड टीकाकरण होना है. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि कोविड टीकाकरण अभियान को हर न्याय पंचायत स्तर तक भी ले जाया जाए, न्याय पंचायत स्तर पर कोविड-19 टीकाकरण के लिए कैंप लगाए जाएं, लेकिन जिस तरह के हालात आज सेंटर के बाहर नजर आए, उससे सीएम के दावों पर संशय होना लाजिमी है.