धनौल्टी: पहाड़ों पर हो रही मूसलाधार बारिश से जहां जनजीवन अस्त व्यस्त है, तो वहीं नदी-नाले भी उफान पर हैं. हालांकि, मॉनसून सीजन के चलते राज्य सरकार में सभी विभागों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं. ताकि किसी भी दशा में दुर्घटना को रोकने या जनहानि होने से बचा जा सके.
इसके लिए सूबे के मुखिया के द्वारा सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित भी किया गया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में मलबा या बोल्डरों से बंद होने वाले मोटरमार्गों को तत्काल खोलने का प्रयास करें. ताकि लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े. साथ ही समय-समय पर सड़क किनारे बनीं नालियों की सफाई होती रहे ताकि बरसाती पानी की सही निकासी हो सके.
हालांकि, इस फरमान का जिले की कण्डीसौड़ तहसील के नगुन-भवान-सुवाखोली स्टेट हाइवे पर कोई असर नहीं दिख रहा है. यहां डडोली गांव के पास जगह-जगह सड़क की नाली व स्कबर पिछले कई दिनों से चोक हैं. जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने कई बार थत्यूड़ लोक निर्माण विभाग से की है. लेकिन फिर भी विभागीय अधिकारियों इस ओर कोई भी ध्यान नहीं दे रहे हैं. जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
पिछले तीन-चार दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण सड़क का पानी एक ही जगह नाले में इकठ्ठा होने से डडोली गांव के आवसीय भवनों के लिए खतरा बना हुआ है. थत्यूड़ लोक निर्माण विभाग (Public Works Department) के अधिशासी अभियंता को सूचित किये जाने के बाद भी वह इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. ऐसे में डडोली के काश्तकारों की कई नाली भूमि को भी भारी नुकसान पहुंचा है.
सामाजिक कार्यकर्ता राय सिंह पडियार ने बताया कि लोग काफी डरे हुए हैं. उनके द्वारा कई बार अधिशासी अभियंता को फोन कर इसकी सूचना दी गई लेकिन उनके ओर से मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने मांग की है कि प्रभावित काश्तकारों को मुआवजा दें और सड़क किनारे बनी नालियों में सुधार करें.
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अधिशासी अभियंता रजनीश कुमार का कहना है कि इस संबंध में सहायक अभियंता से बातचीत की गई है. जेसीबी मशीन को मौके पर भेज दिया गया है. कुछ नाले बंद हुए थे, जिस कारण ऐसी स्थिति बन गई थी. नालियों को खोला जा रहा है. ताकि, लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो.