ऋषिकेश: बढ़ती महंगाई ने लोगों के रसोई का बजट गड़बड़ा दिया है. वर्तमान में रोजमर्रा की वस्तुओं के दाम आसमान छू रहे हैं. वहीं, स्थानीय लोगों ने फुटकर सब्जी विक्रेताओं पर सब्जियों को महंगे दामों पर बेंचने का आरोप लगाया है. ऐसे में कुछ सब्जियां लोगों की रसोईं से गायब हो गई है. वहीं, लोगों की शिकायत पर कृषि मंडी समिति ने ऐसे विक्रेताओं पर जल्द कार्रवाई की बात कही.
ऋषिकेश की फुटकर सब्जी मंडियों में इन दिनों रोजमर्रा की सब्जियों के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं, जिससे लोगों का बजट बिगड़ने लगा है. अभी तक प्याज ने ही लोगों के आंसू निकाले थे, लेकिन अब प्याज के साथ आलू और टमाटर के बढ़ते दामों ने लोगों का जायका खराब कर दिया है.
बाजार में सब्जी के दामों की सूची कुछ इस प्रकार है.
मटर, गोभी, शिमला मिर्च और टमाटर | 40 रुपए/ किलो. |
प्याज और बैंगन | 50 रुपए/ किलो. |
तरोई, करेला, भिन्डी, पालक और लौकी | 30 रुपए/ किलो. |
आलू , खीरा और कद्दू | 25 रुपए/ किलो. |
नींबू | 4 रुपए/ किलो. |
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वहीं, सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि थोक मंडियों से ही सब्जी महंगे दामों पर मिल रही है, इसलिए फुटकर बाजारों में ये महंगी दामों पर बेचनी पड़ रही है. गृहणी महिलाओं का कहना है कि सब्जी महंगी होने के कारण उनकी रसोई का बजट बिगड़ गया है. वहीं लोगों ने जिला प्रशासन से सब्जियों के बढ़ते दामों पर जल्द रोक लगाने की मांग की है. साथ ही फुटकर सब्जी विक्रेताओं पर जल्द कार्रवाई करने की मांग की. वहीं देखना होगा कि इस मामले पर प्रशासन कब हरकत में आता है.