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मंडी से बाहर निकलते ही महंगी हो रहीं सब्जियां, मनमाने रेटों पर अंकुश लगाने की मांग

ऋषिकेश में रोजमर्रा की वस्तुओं के दाम आसमान छू रहे हैं. लोगों का कहना है कि थोक मंडियों में सब्जियों के दाम कम हैं, लेकिन फुटकर विक्रेता इसे खरीद कर तीन गुना महंगे दामों में बेच रहे हैं.

rishikesh
फुटकर व्यापारी महंगी बेच रहे सब्जियां
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Published : Jan 21, 2020, 12:13 PM IST

Updated : Jan 21, 2020, 12:38 PM IST

ऋषिकेश: बढ़ती महंगाई ने लोगों के रसोई का बजट गड़बड़ा दिया है. वर्तमान में रोजमर्रा की वस्तुओं के दाम आसमान छू रहे हैं. वहीं, स्थानीय लोगों ने फुटकर सब्जी विक्रेताओं पर सब्जियों को महंगे दामों पर बेंचने का आरोप लगाया है. ऐसे में कुछ सब्जियां लोगों की रसोईं से गायब हो गई है. वहीं, लोगों की शिकायत पर कृषि मंडी समिति ने ऐसे विक्रेताओं पर जल्द कार्रवाई की बात कही.

सब्जियों के दाम बढ़ने से लोग परेशान.

ऋषिकेश की फुटकर सब्जी मंडियों में इन दिनों रोजमर्रा की सब्जियों के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं, जिससे लोगों का बजट बिगड़ने लगा है. अभी तक प्याज ने ही लोगों के आंसू निकाले थे, लेकिन अब प्याज के साथ आलू और टमाटर के बढ़ते दामों ने लोगों का जायका खराब कर दिया है.

बाजार में सब्जी के दामों की सूची कुछ इस प्रकार है.

बाजार में सब्जियों के दाम
मटर, गोभी, शिमला मिर्च और टमाटर 40 रुपए/ किलो.
प्याज और बैंगन 50 रुपए/ किलो.
तरोई, करेला, भिन्डी, पालक और लौकी 30 रुपए/ किलो.
आलू , खीरा और कद्दू 25 रुपए/ किलो.
नींबू 4 रुपए/ किलो.

ये भी पढ़ें: जानिए, छात्र राजनीति से पार्टी अध्यक्ष तक कैसा रहा नड्डा का सफर

वहीं, सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि थोक मंडियों से ही सब्जी महंगे दामों पर मिल रही है, इसलिए फुटकर बाजारों में ये महंगी दामों पर बेचनी पड़ रही है. गृहणी महिलाओं का कहना है कि सब्जी महंगी होने के कारण उनकी रसोई का बजट बिगड़ गया है. वहीं लोगों ने जिला प्रशासन से सब्जियों के बढ़ते दामों पर जल्द रोक लगाने की मांग की है. साथ ही फुटकर सब्जी विक्रेताओं पर जल्द कार्रवाई करने की मांग की. वहीं देखना होगा कि इस मामले पर प्रशासन कब हरकत में आता है.

ऋषिकेश: बढ़ती महंगाई ने लोगों के रसोई का बजट गड़बड़ा दिया है. वर्तमान में रोजमर्रा की वस्तुओं के दाम आसमान छू रहे हैं. वहीं, स्थानीय लोगों ने फुटकर सब्जी विक्रेताओं पर सब्जियों को महंगे दामों पर बेंचने का आरोप लगाया है. ऐसे में कुछ सब्जियां लोगों की रसोईं से गायब हो गई है. वहीं, लोगों की शिकायत पर कृषि मंडी समिति ने ऐसे विक्रेताओं पर जल्द कार्रवाई की बात कही.

सब्जियों के दाम बढ़ने से लोग परेशान.

ऋषिकेश की फुटकर सब्जी मंडियों में इन दिनों रोजमर्रा की सब्जियों के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं, जिससे लोगों का बजट बिगड़ने लगा है. अभी तक प्याज ने ही लोगों के आंसू निकाले थे, लेकिन अब प्याज के साथ आलू और टमाटर के बढ़ते दामों ने लोगों का जायका खराब कर दिया है.

बाजार में सब्जी के दामों की सूची कुछ इस प्रकार है.

बाजार में सब्जियों के दाम
मटर, गोभी, शिमला मिर्च और टमाटर 40 रुपए/ किलो.
प्याज और बैंगन 50 रुपए/ किलो.
तरोई, करेला, भिन्डी, पालक और लौकी 30 रुपए/ किलो.
आलू , खीरा और कद्दू 25 रुपए/ किलो.
नींबू 4 रुपए/ किलो.

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वहीं, सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि थोक मंडियों से ही सब्जी महंगे दामों पर मिल रही है, इसलिए फुटकर बाजारों में ये महंगी दामों पर बेचनी पड़ रही है. गृहणी महिलाओं का कहना है कि सब्जी महंगी होने के कारण उनकी रसोई का बजट बिगड़ गया है. वहीं लोगों ने जिला प्रशासन से सब्जियों के बढ़ते दामों पर जल्द रोक लगाने की मांग की है. साथ ही फुटकर सब्जी विक्रेताओं पर जल्द कार्रवाई करने की मांग की. वहीं देखना होगा कि इस मामले पर प्रशासन कब हरकत में आता है.

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ऋषिकेश--महंगाई के इस दौर में सब कुछ महंगा हो गया है यंहा तक की आम आदमी के रोजमर्रा में शामिल सब्जी के दाम भी आसमान छु रहे है जबकि हकीकत ये है की थोक मंडी में सब्जियां काफी सस्ती है लेकिन फुटकर विक्रेता इन्हें तीन गुना दाम में बेच रहे है जिससे रसोई घर से सब्जी गायब हो रही है खास तौर से महिलाओं को घर चलाने में काफी मुश्किलें हो रही है वंही कृषि मंडी समिति सस्ती सब्जी को महंगे दामो में बेचने वालो पर कार्यवाही करने की बात कह रही है


Body:वी/ओ--ऋषिकेश के बाजारों में इन दिनों सब्जी के दाम दिनोदिन बढ़ रहे है साथ ही बढ़ रही है आम आदमी की परेशानी, क्योकि आलू प्याज टमाटर सब महंगे हो गए है मटर, गोभी शिमला मिर्च ,टमाटर -40 रूपये किलो , प्याज, बैगन,   ---50रूपये किलो , तोरी, करेला, भिन्डी, पालक, लौकी -- 30 रूपये किलो, आलू ,खीरा ,कददू 25 रूपये किलो जबकि एक नींबू का दाम 4 रूपये है सब्जी विक्रेताओं का कहना है की पीछे से ही सब्जी महंगे दामो पर मिल रही है इसलिए महंगी बेचनी पड़ रही है


सब्जी महंगी होने के कारण महिलाओ को रसोई चलाना मुशकिल हो गया है उनका कहना है की टमाटर और प्याज महंगे होने के कारण काफी दिक्कते हो रही है महंगाई के कारण थोड़ी थोड़ी सब्जी ले जानी पड़ रही है लोग सब्जी महंगी होने से काफी त्रस्त है लोगो का कहना है की महंगी सब्जी बेचने वालो पर कार्यवाही होनी चाहिए


थोक मंडी में सब्जियां काफी सस्ती होने के बावजूद फुटकर विक्रेताओ द्वारा तीन गुना दाम में बेचे जाने पर प्रशासन कार्यवाही की बात कह रहा है जबकि कृषि उत्पादन मंडी समिति अध्यक्ष का कहना है फुटकर  मंडी में मूल्य सूची लगाई जायेगी और उचित दामों पर सब्जी की विक्री कराई जाएगी,साथ ही महंगी सब्जी बेचने वालो के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी ताकि लोगो को सस्ती सब्जी उपलब्ध हो सके  ।



Conclusion:वी/ओ--खेत में मेहनत कर फसल उगाने वाले किसानो को भले ही मेहनत की उचित लागत न मिल पा रही हो लेकिन किसानो और सब्जी विक्रेताओ के बिचोलिये काफी मुनाफा कमा रहे है जिससे सब्जियों के दाम काफी बढ़े हुए है यदि इन पर अंकुस न लगाया गया तो महगाई के और बढ़ने के आसार है।

बाईट--विनोद कुकरेती(अध्यक्ष,कृषि उत्पादन मंडी समिति,ऋषिकेश)
Last Updated : Jan 21, 2020, 12:38 PM IST
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