ETV Bharat / state

खुलेआम परिवहन विभाग उड़वा रहा नियमों की धज्जियां, PMO में हुई शिकायत - dehradun news

उत्तराखंड परिवहन विभाग को लेकर आरटीआई में हुआ बड़ा खुलासा. खुलासे के पांच महीने बाद भी मिलीभगत पर नहीं हुई कार्रवाई. PMO तक को हो चुकी है शिकायत.

खुलेआम परिवहन विभाग उड़वा रहा नियमों की धज्जियां
author img

By

Published : Feb 28, 2019, 11:57 PM IST

देहरादून: शहर में चलने वाले विक्रमों को लेकर आरटीआई से एक बड़ा खुलासा हुआ है. महानगर सिटी बस अध्यक्ष द्वारा आरटीआई से मांगी गई जानकारी में सामने आया है कि परिवहन मुख्यालय ने सात प्लस एक सवारी बैठाने का नियम है. अध्यक्ष विजय वर्धन ने बताया कि जब एआरएआई (ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया) से इस विषय पर उन्होंने सूचना मांगी तो पता चला कि उनकी ओर से ऐसा कोई भी नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है.

महानगर सिटी बस यूनियन अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल ने बताया कि परिवहन मुख्यालय ने मिलीभगत से 7 प्लस 1 ड्राइवर के बगल में यात्री बैठाने की स्वीकृति पास करवाई है. एआरएआई ने बताया कि किसी भी कंपनी के तीन पहिया वाहन, जो सात प्लस एक ड्राइवर है उन्हें संस्थान ने कोई सर्टिफिकेट जारी नहीं किया है. इस मामले के सामने आने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय से इसकी शिकायत भी की गई. बावजूद इसके अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. पांच महीने बीत जाने के बाद भी शिकायत के संबंध में कोई भी जवाब नहीं आया है.

undefined
जानकारी देते महानगर सिटी बस यूनियन अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल

वहीं महानगर सिटी बस यूनियन के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि परिवाहन मुख्यालय ने मिलीभगत से विक्रम में आगे की सीट एआरएआई से पास करवाई है. जबकि एआरएआई ने सात प्लस एक का कोई भी सर्टिफिकेट किसी भी गाड़ी को नहीं दिया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को जांच के लिए पांच महीने पहले ही शिकायती पत्र भेजा था लेकिन उसका कोई संज्ञान नहीं लिया गया है. खुलेआम आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.

देहरादून: शहर में चलने वाले विक्रमों को लेकर आरटीआई से एक बड़ा खुलासा हुआ है. महानगर सिटी बस अध्यक्ष द्वारा आरटीआई से मांगी गई जानकारी में सामने आया है कि परिवहन मुख्यालय ने सात प्लस एक सवारी बैठाने का नियम है. अध्यक्ष विजय वर्धन ने बताया कि जब एआरएआई (ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया) से इस विषय पर उन्होंने सूचना मांगी तो पता चला कि उनकी ओर से ऐसा कोई भी नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है.

महानगर सिटी बस यूनियन अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल ने बताया कि परिवहन मुख्यालय ने मिलीभगत से 7 प्लस 1 ड्राइवर के बगल में यात्री बैठाने की स्वीकृति पास करवाई है. एआरएआई ने बताया कि किसी भी कंपनी के तीन पहिया वाहन, जो सात प्लस एक ड्राइवर है उन्हें संस्थान ने कोई सर्टिफिकेट जारी नहीं किया है. इस मामले के सामने आने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय से इसकी शिकायत भी की गई. बावजूद इसके अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. पांच महीने बीत जाने के बाद भी शिकायत के संबंध में कोई भी जवाब नहीं आया है.

undefined
जानकारी देते महानगर सिटी बस यूनियन अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल

वहीं महानगर सिटी बस यूनियन के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि परिवाहन मुख्यालय ने मिलीभगत से विक्रम में आगे की सीट एआरएआई से पास करवाई है. जबकि एआरएआई ने सात प्लस एक का कोई भी सर्टिफिकेट किसी भी गाड़ी को नहीं दिया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को जांच के लिए पांच महीने पहले ही शिकायती पत्र भेजा था लेकिन उसका कोई संज्ञान नहीं लिया गया है. खुलेआम आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.

Intro:देहरादून शहर में चलने वाले विकर्मों की आरटीआई के माध्यम से जो खुलासा हुआ है वो एक परिवहन मुख्यालय का बहुत बड़ा झोल है।जी हा परिवहन मुख्यालय के मिलीभगत से शहर में अवैध रूप से सड़क पर विक्रम सवारियां लेकर दौड़ रहे है।महानगर सिटी बस अध्यक्ष द्वारा आरटीआई के मांगने पर परिवहन विभाग का सच सामने आया है।परिवहन मुख्यालय ने सात प्लस एक सवारी बैठाने का नियम बनाया गया है।जिसके बाद अध्यक्ष ने एआरएआई से सूचना इस विषय पर मांगी गई तो एआरएआई ने इस तरह के नोटिफिकेशन से इंकार कर दिया।


Body:आरटीआई के माध्यम से महानगर बस यूनियन के अध्यक्ष ने विकर्मों में बैठने वाली सवारी के विषय मे जानकारी मांगी जिसमे परिवहन मुख्यालय ने सात प्लस एक सवारी बैठाने का नियम बनाया गया है।जिसके बाद अध्यक्ष ने एआरएआई से सूचना इस विषय पर मांगी गई तो एआरएआई ने इस तरह के नोटिफिकेशन से इंकार कर दिया।सूचना मांगने पर परिवहन मुख्यालय को मिलीभगत से 7 प्लस 1 ड्राइवर के बगल में में यात्री बैठाने की स्वीकृति पास है।लेकिन जब एआरएआई भारत संस्थान से सूचना मांगी गई तो किसी भी कंपनी के तीन पहिया वाहन जो सात प्लस एक ड्राइवर है हमारे संस्थान द्वारा कोई सर्टिफिकेट जारी नही किया गया है।और जब इसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय से इसकी शिकायत भी की गई बावजूद इसके अभी तक कोई कार्यवाही नही हो पाई है।ओर पांच महीने बीत जाने के बाद भी कोई भी जवाब नहीं आया है।


Conclusion:वही महानगर सिटी बस यूनियन के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडियाल ने परिवाहन मुख्यालय पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि विक्रम में आगे की सीट एआरएआई से पास हुई है।ओर जब एआरएआई से सूचना मांगने पर पता चला कि इस तरह का कोई भी सात प्लस एक का कोई भी सर्टिफिकेट पास नही हुआ है।लेकिन जब मेरे द्वारा प्रधानमंत्री को जांच के लिए भेजा तो पांच महीने हो गए लेकिन अब कोई भी जवाब नही मिला है।और खुलेआम आदेशो की धज्जियां उड़ाई जा रही है।

बाइट-विजय वर्धन डंडियाल(महानगर सिटी बस यूनियन अध्यक्ष)


बाइट ओर विसुल मेल किए है कृपया मेल से उठाने का काष्ठ करे।


धन्यवाद
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.