देहरादून: प्रदेश के उप केंद्रों में नियुक्ति समेत विभिन्न मांगों को लेकर प्रशिक्षित बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्टों (Trained Unemployed Diploma Pharmacists) (एलोपैथिक) ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया, लेकिन प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने न्यू कैंट रोड स्थित हाथीबड़कला में बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया.
बता दें कि सबसे पहले सभी प्रशिक्षित बेरोजगार फार्मासिस्ट संगठन के बैनर तले प्रदर्शनकारी गांधी पार्क में एकत्रित हुए, जहां संगठन के प्रतिनिधियों ने फार्मासिस्टों को संबोधित करते हुए सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप (Government accused of promise breach) लगाया. प्रशिक्षित बेरोजगारों का ने कहा वे बीते कई दिनों से धरना स्थल पर आंदोलनरत हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों के संबंध में कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है.
ये भी पढ़ें: बड़ी खबर: उत्तराखंड की 18 साल से ऊपर की हर महिला को मिलेंगे 1000 रुपए, केजरीवाल ने की घोषणा
संगठन के धनपाल सिंह रावत ने कहा 8 दिन के आमरण अनशन के बाद मुख्यमंत्री सीएम पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister CM Pushkar Singh Dhami) ने कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत के माध्यम से जल्द सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया था, लेकिन उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. सरकार फार्मासिस्टों के 536 पदों को भी समाप्त करने में लगी हुई है, जिसका सभी फार्मासिस्ट घोर विरोध करते हैं.
- प्रशिक्षित बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट एलोपैथिक महासंघ की मुख्य मांगे
उप केंद्रों और वैलनेस सेंटर में पूर्व में सृजित/ नियुक्त 536 फार्मासिस्ट के पदों को जनहित में आईपीएचएस मानकों को फार्मेसी संवर्ग में शिथिलता बरतते हुए यथावत रखा जाए. - विभाग में उप केंद्रों सहित फार्मासिस्ट के रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती प्रक्रिया आरंभ करने के लिए विज्ञप्ति प्रकाशित की जाए.
- सभी स्थापित और प्रस्तावित राजकीय मेडिकल कॉलेजों में शासन स्तर पर लंबित 119 फार्मासिस्ट के पदों के सृजन प्रस्ताव पर कार्रवाई अमल में लाई जाए.
- राज्य में संचालित समस्त मेडिकल स्टोरों में फार्मासिस्ट की अनिवार्यता सुनिश्चित की जाए.