देहरादून: उत्तराखंड में फैले अवैध नशे के कारोबार का नेटवर्क तोड़ने के लिए उत्तराखंड एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ड्रग्स माफिया के गढ़ यूपी के बरेली (फतेहगंज) में घुस गई है. उत्तराखंड एसटीएफ और एंटी ड्रग्स टास्क फोर्स की संयुक्त टीम ने मंगलवार को ताबड़तोड़ छापेमारी की. इस दौरान टीम ने वहां से कई अहम सबूत जुटाए हैं.
उत्तराखंड एसटीएफ और एंटी ड्रग्स टास्क फोर्स की संयुक्त टीम को फतेहगंज निवासी फरार ड्रग माफिया रिजवान के ठिकानों से भारी मात्रा में ड्रग्स और काली कमाई से अर्जित की कई करोडों की प्रॉपर्टी दस्तावेजों के अलावा 5 ऐसे मोबाइल बरामद हुए है. एसटीएफ को वहां से जो दस्तावेज मिले है, उनसे रिजवान से जुड़े हुए बड़े राज खुल सकते हैं.
उत्तराखंड एसटीएफ को फतेहगंज निवासी नदीम का बारे में जानकारी मिली है, जो उत्तराखंड में बड़ी मात्रा में ड्रग्स की सप्लाई करता है. इसी जानकारी के आधार पर एसटीएफ ने कोर्ट से सर्च वारंट लेकर नदीम के घर में भी छापेमारी की है. हालांकि नदीम भी मौके से फरार हो गया था, जिसकी एसटीएफ तलाश कर रही है.
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बता दें कि उत्तराखंड एसटीएफ बरेली के फतेहगंज में ये दूसरी कार्रवाई है. इससे पहले एसटीएफ ने फरार ड्रग्स माफिया रिजवान की पत्नी तबस्सुम को गिरफ्तार किया था. पुलिस हिरासत में उससे की गई पूछताछ के आधार पर उत्तराखंड एसटीएफ ने मंगलवार को ये दूसरी कार्रवाई की.
उत्तराखंड एसटीएफ को रिजवान के घर से जो मोबाइल और कागजात बरामद हुए है, उसी के आधार पर पुलिस अब ड्रग्स माफिया तक पहुंचेगी. दरअसल, उत्तराखंड एसटीएफ को बरेली में छापेमारी के दौरान फतेहगंज में बड़े पैमाने पर स्मैक तैयार वाले ड्रग्स माफिया नदीम पुत्र शकील के बारे में भी जानकारी मिली थी. इसके बाद नदीम के घर भी छापेमारी की गई थी.
बरेली में नशे का बड़ा नेटवर्क फैला हुआ है. बरेली से बड़ी मात्रा में दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तराखंड में अवैध नशा सप्लाई होता है. उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में बरेली और फतेहगढ़ जैसे इलाकों के ड्रग्स तस्कर गिरफ्तार हो चुके है. एसटीएफ के मुताबिक फतेहगंज ड्रग माफिया रिजवान के नेटवर्क से जुड़े 2 सदस्य सूरज कुमार और सोनू सैनी को बीती 9 मार्च को हरिद्वार के चंडी चौक से 575 ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया गया था. आरोपी ने बताया था कि वे बरेली के फतेहगंज ड्रग्स लाए थे.
बता दें कि उत्तराखंड एसटीएफ और एंटी ड्रग्स टास्क फोर्स की सयुक्त टीम ने बीती 27 अप्रैल को पहली बार अवैध नशे के गढ़ बरेली के फतेहगंज में छापेमारी की थी. इस दौरान ड्रग्स माफिया रिजवान पर दबिश दी गई थी. हालांकि तब वो मौका पाकर भाग गया था, लेकिन पुलिस उसकी पत्नी तबस्सुम को स्मैक और दो लाख रुपए की नगदी के साथ गिरफ्तार किया था.