ETV Bharat / state

ऊर्जा कर्मचारियों ने UJVNL के खिलाफ खोला मोर्चा, उग्र आंदोलन की दी चेतावनी

ऊर्जा कर्मचारियों ने UJVNL और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि वो बीते लंबे समय से पे मैट्रिक्स वेतन विसंगति समेत कई मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं उन्होंने मांगों पर कार्रवाई नहीं होने पर आगे की रणनीति बनाकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी है.

देहरादून में उतराखंड बिजली कर्मचारी धरना
author img

By

Published : Feb 26, 2019, 7:14 PM IST

देहरादूनः अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर एक बार फिर उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुये हैं. इसी के तहत संयुक्त मोर्चा से जुड़े कर्मचारियों ने यूजेवीएनएल (UJVNL) परिसर के बाहर धरना देते हुए अनशन पर बैठ गए हैं. इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि वो बीते लंबे समय से पे मैट्रिक्स वेतन विसंगति समेत कई मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन अभी तक उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. जिससे कर्मचारियों का पारा चढ़ा हुआ है.


बता दें कि बीते लंबे समय से ऊर्जा विभाग के कर्मचारी पे मैट्रिक्स वेतन विसंगति और ग्रेड पे समेत पांच सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के संयोजक राकेश शर्मा ने बताया कि सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है. ऐसे में कर्मचारी बीते लंबे समय से ठगा महसूस कर रहे हैं. साथ ही कहा कि मजबूरन उन्हें धरना-प्रदर्शन करना पड़ रहा है.

undefined
देहरादून में उतराखंड बिजली कर्मचारी धरना


उन्होंने बताया कि बीते 22 दिसंबर 2017 को शासन और कर्मचारियों के बीच मांगों को लेकर समझौता हो गया था, लेकिन अभी तक उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. साथ ही कहा कि राज्य गठन के दौरान सभी कर्मचारियों में उम्मीद थी कि उनकी स्थिति में सुधार आएगा, बावजूद इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. वहीं, उन्होंने मांगों पर कार्रवाई नहीं होने पर आगे की रणनीति बनाकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी है.

देहरादूनः अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर एक बार फिर उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुये हैं. इसी के तहत संयुक्त मोर्चा से जुड़े कर्मचारियों ने यूजेवीएनएल (UJVNL) परिसर के बाहर धरना देते हुए अनशन पर बैठ गए हैं. इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि वो बीते लंबे समय से पे मैट्रिक्स वेतन विसंगति समेत कई मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन अभी तक उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. जिससे कर्मचारियों का पारा चढ़ा हुआ है.


बता दें कि बीते लंबे समय से ऊर्जा विभाग के कर्मचारी पे मैट्रिक्स वेतन विसंगति और ग्रेड पे समेत पांच सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के संयोजक राकेश शर्मा ने बताया कि सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है. ऐसे में कर्मचारी बीते लंबे समय से ठगा महसूस कर रहे हैं. साथ ही कहा कि मजबूरन उन्हें धरना-प्रदर्शन करना पड़ रहा है.

undefined
देहरादून में उतराखंड बिजली कर्मचारी धरना


उन्होंने बताया कि बीते 22 दिसंबर 2017 को शासन और कर्मचारियों के बीच मांगों को लेकर समझौता हो गया था, लेकिन अभी तक उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. साथ ही कहा कि राज्य गठन के दौरान सभी कर्मचारियों में उम्मीद थी कि उनकी स्थिति में सुधार आएगा, बावजूद इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. वहीं, उन्होंने मांगों पर कार्रवाई नहीं होने पर आगे की रणनीति बनाकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी है.

Intro:अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर एक बार फिर उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने शासन प्रशासन के खिलाफ आवाज बुलंद कर दी है इसी के तहत संयुक्त मोर्चा से जुड़े कर्मचारियों ने आज यूजेवीएनएल (UJVNL) परिसर के बाहर धरना दिया और अनशन पर बैठ गए । बता दें कि बीते लंबे समय से ऊर्जा विभाग के कर्मचारी पे मैट्रिक्स वेतन विसंगति और ग्रेट पर सहित पांच सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन करते आ रहे हैं लेकिन अब तक भी राज्य सरकार ने इनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया है। ऐसे में कर्मचारी बीते लंबे समय से खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।


Body:उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के संयोजक राकेश शर्मा का कहना है कि उन्हें मजबूरन धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है । दरअसल 22 दिसंबर 2017 को शासन और कर्मचारियों के बीच मांगों को लेकर समझौता हो गया था । लेकिन इसके बावजूद आजतक उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नही की गई है । साल 2000 में जब उत्तराखंड राज्य का गठन हुआ था तो सभी कर्मचारियों में उम्मीद थी कि अब उनकी स्थिति में सुधार आएगा। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ
ऊर्जा विभाग के कर्मचारी आज भी पे मैट्रिक्स वेतन विसंगति और ग्रेट पर को लेकर बार-बार आवाज बुलंद कर रहे हैं लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।

byte- राकेश शर्मा संयोजक


Conclusion:गौरतलब है कि अपनी अनदेखी से गुस्साए ऊर्जा विभाग के इन कर्मचारियों और अधिकारियों ने आप ऊर्जा विभाग के तीनों निगमों आंदोलन का मन बना लिया है जिसकी शुरुआत आज से हो चुकी है आज पहले दिन जहां कर्मचारी यूजेवीएनएल परिसर में अनशन पर बैठे नजर आए। वहीं आगामी 27 और 28 फरवरी को उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड यानी यूपीसीएल परिसर में यह कर्मचारी अनशन पर बैठेंगे। इसके अलावा एक और 2 मार्च को कर्मचारियों की ओर से पिटकुल परिसर में अनशन किया जाएगा। यदि अनशन से भी बात नहीं बनी तो 5 मार्च की मध्यरात्रि से सभी कर्मचारी हड़ताल पर चले जाएंगे
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.