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9 दिन के अंदर तीन अवैध मदरसों के भंडाफोड़ से गरमाई उत्तराखंड की सियासत, आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू

Politics on illegal madrassas in Uttarakhand उत्तराखंड में इन दिनों अवैध मदरसे चर्चा का विषय बने हुए हैं. 9 दिन के अंदर तीन अवैध मदरसों का भंडाफोड़ हुआ है. इन अवैध मदरसों से 48 बच्चों को मुक्त कराया गया है. इनमें ज्यादातर नाबालिग लड़कियां हैं. धामी सरकार उत्तराखंड के सभी मदरसों की जांच के आदेश दे चुकी है. वहीं बीजेपी और कांग्रेस इन अवैध मदरसों के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.

illegal madrassas in Uttarakhand
उत्तराखंड मदरसा समाचार
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Oct 18, 2023, 10:33 AM IST

Updated : Oct 18, 2023, 2:54 PM IST

अवैध मदरसों के भंडाफोड़ से गरमाई सियासत

देहरादून: उत्तराखंड में अवैध मजारों के बाद अब अवैध मदरसों का मामला काफी चर्चाओं में आ गया है. कुछ दिनों पहले नैनीताल जिले के ज्योलिकोट में अवैध रूप से संचालित मदरसे को सील किया गया था. यहां से 24 बच्चों को रेस्क्यू किया गया था. इस मामले के सामने आने के बाद ही सीएम धामी ने प्रदेश में संचालित सभी मदरसों का सत्यापन करने के निर्देश दिए थे. बीते कुछ दिनों के भीतर ही उधमसिंह नगर जिले के किच्छा में दो और अवैध रूप से संचालित मदरसे सामने आए हैं. जिसके बाद से ही प्रदेश की सियासत गरमा गई है.

illegal madrassas in Uttarakhand
उत्तराखंड में 9 दिन में तीन अवैध मदरसे पकड़े गए हैं

उधमसिंह नगर में दो अवैध मदरसे हुए सील: 13 अक्टूबर को किच्छा के सिरौलीकला में एक अवैध रूप से संचालित मदरसे पर कार्रवाई की गई थी. साथ ही संचालक समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इसके तीन दिन बाद ही इसी क्षेत्र के पुलभट्टा में एक और अवैध मदरसे पर कार्रवाई की गई. इस मदरसे में 22 बच्चियों और दो बच्चों को कमरे में बंद किया गया था. लिहाजा पुलिस की ओर से की गई छापेमारी के दौरान ना सिर्फ इन बच्चे बच्चियों का रेस्क्यू किया गया, बल्कि संचालिका को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. मदरसा संचालक फरार चल रहा है. अब इस पूरे मामले पर सरकार लगातार कार्रवाई की बात कह रही है.

illegal madrassas in Uttarakhand
अवैध मदरसों में बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार का खुलासा हुआ

गणेश जोशी बोले किसकी सह पर चल रहे अवैध मदरसे जांच का विषय: कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि पहले भी जहां अवैध मदरसों के संचालन की जानकारी मिली थी, उन पर कार्रवाई की गई. ऐसे में प्रदेश में जहां भी अवैध मदरसे होंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. क्योंकि कानून से ऊपर कोई नहीं है. साथ ही कहा कि अवैध मदरसे किसकी सह पर संचालित हो रहे हैं, वह एक जांच का विषय है. आपको बता दें कि नैनीताल में अवैध मदरसा संचालक का मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खुद इस मामले की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों को प्रदेश के सभी मदरसों का सत्यापन करने के निर्देश दिए थे.
ये भी पढ़ें: पुलभट्टा में अवैध मदरसे का भंडाफोड़, 22 लड़कियों सहित 24 बच्चों का शारीरिक शोषण कर कराते थे काम, संचालिका गिरफ्तार

कांग्रेस बोली अवैध मदरसों के लिए सरकार जिम्मेदार: वहीं, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट ने बताया कि नैनीताल और उधमसिंह नगर में अवैध मदरसे पकड़े गए हैं. ऐसे में तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं कि अवैध मदरसे किसकी मदद से और कैसे संचालित हो रहे थे? अगर बच्चों का उत्पीड़न किया जा रहा था, तो अभी तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई. उत्तराखंड में पिछले 7 सालों से प्रचंड बहुमत वाली भाजपा सरकार है. ऐसे में राज्य में कानून व्यवस्था बनाना सरकार की जिम्मेदारी है. शीशपाल बिष्ट ने कहा कि जो भी मदरसे संचालित होते हैं, या तो वह वक्फ बोर्ड से संचालित होते हैं, या फिर मदरसा बोर्ड से संचालित होते हैं. बावजूद इसके अगर इस तरह की घटनाएं होती हैं, तो यह बेहद ही शर्मनाक है.
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड के नैनीताल में अवैध मदरसा सील, बच्चों को दिखाई जाती थी पॉर्न, पिलाया जाता था कीड़े वाला पानी
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड के सभी मदरसों की होगी जांच, नैनीताल अवैध मदरसे पर कार्रवाई के बाद जागी सरकार
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में वक्फ और मदरसा बोर्ड में घमासान, भूमि के स्वामित्व को लेकर हो रही खींचतान

अवैध मदरसों के भंडाफोड़ से गरमाई सियासत

देहरादून: उत्तराखंड में अवैध मजारों के बाद अब अवैध मदरसों का मामला काफी चर्चाओं में आ गया है. कुछ दिनों पहले नैनीताल जिले के ज्योलिकोट में अवैध रूप से संचालित मदरसे को सील किया गया था. यहां से 24 बच्चों को रेस्क्यू किया गया था. इस मामले के सामने आने के बाद ही सीएम धामी ने प्रदेश में संचालित सभी मदरसों का सत्यापन करने के निर्देश दिए थे. बीते कुछ दिनों के भीतर ही उधमसिंह नगर जिले के किच्छा में दो और अवैध रूप से संचालित मदरसे सामने आए हैं. जिसके बाद से ही प्रदेश की सियासत गरमा गई है.

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उत्तराखंड में 9 दिन में तीन अवैध मदरसे पकड़े गए हैं

उधमसिंह नगर में दो अवैध मदरसे हुए सील: 13 अक्टूबर को किच्छा के सिरौलीकला में एक अवैध रूप से संचालित मदरसे पर कार्रवाई की गई थी. साथ ही संचालक समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इसके तीन दिन बाद ही इसी क्षेत्र के पुलभट्टा में एक और अवैध मदरसे पर कार्रवाई की गई. इस मदरसे में 22 बच्चियों और दो बच्चों को कमरे में बंद किया गया था. लिहाजा पुलिस की ओर से की गई छापेमारी के दौरान ना सिर्फ इन बच्चे बच्चियों का रेस्क्यू किया गया, बल्कि संचालिका को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. मदरसा संचालक फरार चल रहा है. अब इस पूरे मामले पर सरकार लगातार कार्रवाई की बात कह रही है.

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अवैध मदरसों में बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार का खुलासा हुआ

गणेश जोशी बोले किसकी सह पर चल रहे अवैध मदरसे जांच का विषय: कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि पहले भी जहां अवैध मदरसों के संचालन की जानकारी मिली थी, उन पर कार्रवाई की गई. ऐसे में प्रदेश में जहां भी अवैध मदरसे होंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. क्योंकि कानून से ऊपर कोई नहीं है. साथ ही कहा कि अवैध मदरसे किसकी सह पर संचालित हो रहे हैं, वह एक जांच का विषय है. आपको बता दें कि नैनीताल में अवैध मदरसा संचालक का मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खुद इस मामले की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों को प्रदेश के सभी मदरसों का सत्यापन करने के निर्देश दिए थे.
ये भी पढ़ें: पुलभट्टा में अवैध मदरसे का भंडाफोड़, 22 लड़कियों सहित 24 बच्चों का शारीरिक शोषण कर कराते थे काम, संचालिका गिरफ्तार

कांग्रेस बोली अवैध मदरसों के लिए सरकार जिम्मेदार: वहीं, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट ने बताया कि नैनीताल और उधमसिंह नगर में अवैध मदरसे पकड़े गए हैं. ऐसे में तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं कि अवैध मदरसे किसकी मदद से और कैसे संचालित हो रहे थे? अगर बच्चों का उत्पीड़न किया जा रहा था, तो अभी तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई. उत्तराखंड में पिछले 7 सालों से प्रचंड बहुमत वाली भाजपा सरकार है. ऐसे में राज्य में कानून व्यवस्था बनाना सरकार की जिम्मेदारी है. शीशपाल बिष्ट ने कहा कि जो भी मदरसे संचालित होते हैं, या तो वह वक्फ बोर्ड से संचालित होते हैं, या फिर मदरसा बोर्ड से संचालित होते हैं. बावजूद इसके अगर इस तरह की घटनाएं होती हैं, तो यह बेहद ही शर्मनाक है.
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Last Updated : Oct 18, 2023, 2:54 PM IST
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