देहरादून: उत्तराखंड में अवैध नशे के कारोबार के खिलाफ एक बार फिर अंकुश लगाने के लिए राज्यभर में 1 सप्ताह का विशेष जन जागरूकता अभियान शुरू किया जा रहा है. इस अभियान के अंतर्गत राज्य भर में नशे के दलदल में फंसे पीड़ितों को जागरूक कर काउंसलिंग के जरिए समाज की मुख्यधारा में जोड़ने की विशेष पहल की जाएगी. इतना ही नहीं प्रदेशभर के सभी 160 थाना स्तर पर चलने वाले इस विशेष अभियान के तहत ड्रग्स व हर तरह नशे वाले काले धंधे से जुड़े माफिया और सप्लायर जैसे तस्करों पर कानूनी शिकंजा कसते हुए उनकी धरपकड़ बड़े स्तर पर की जाएगी.
13 जिलों में जन-जागरूकता सहित नशा माफियाओं की धरपकड़ की बड़ी चुनौती
उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय के आदेश अनुसार राज्य के सभी 13 जिलों में जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. जिसके तहत 1 सप्ताह तक विशेष अभियान के मध्य नजर नशे के खिलाफ युवाओं सहित समाज के हर वर्ग को जहरीले नशे के खतरे के बारे जानकारी दी जाएगी. इस अभियान का मकसद राज्य में स्कूल और शिक्षण संस्थान सहित अन्य स्थानों में जहां नशे की खेप सप्लाई होती है उस नेटवर्क को प्रभावी रूप से अंकुश लगाना है. इसके साथ ही प्राथमिकता में कार्रवाई भी शामिल की गई है.
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नशे के दलदल में फंसी युवा पीढ़ी- एसएसपी
देहरादून एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत के मुताबिक नशे के खिलाफ चलने वाले 1 सप्ताह के विशेष अभियान कार्यक्रम में सबसे पहले अवैध धंधे में लिप्त लोगों की धरपकड़ कर उन पर कानूनी रूप से शिकंजा कसना है. वहीं, दूसरी तरफ इसी अभियान के तहत जन जागरूकता, समाज के हर नागरिक और विशेषकर युवा पीढ़ी को जहरीली नशे के दलदल से बचने के लिए विशेषज्ञों की मदद से पुलिस की टीमें जागरूक करने का प्रयास करेंगी.
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पुलिस मुख्यालय द्वारा भी 1 सप्ताह तक चलने वाले नशे के खिलाफ जन जागरूकता अभियान व अवैध नशा माफिया की धरपकड़ के लिए विशेष रूप से मानिटरिंग कर पूरे राज्य के पुलिस को दिशा निर्देश दिए गए हैं.