ऋषिकेश: संदिग्ध परिस्थितियों में बिहार के नालंदा से लापता हुए एक मंदबुद्धि बालक को ऑपरेशन स्माइल की टीम ने हरिद्वार से बरामद किया. करीब तीन महीने बाद बेटे को पाकर मां काफी खुश नजर आ रही हैं. अपने खोये बेटे को मिलाने के लिए मां ने ऑपरेशन स्माइल की टीम का आभार जताया है.
पुलिस ने बताया कि सितंबर महीने में बिहार के नालंदा से एक मंदबुद्धि बालक संदिग्ध परिस्थितियों में घर से लापता हो गया. जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट (missing report) नालंदा पुलिस स्टेशन में (Nalanda Police Station) लिखाई गई. काफी तलाशने के बाद भी बालक का कुछ पता नहीं चला. कुछ दिन पहले बालक की तलाश का मामला उत्तराखंड पुलिस (Uttarakhand Police) के पास पहुंचा.
उत्तराखंड पुलिस ने बिछड़ों को मिलाने के लिए बनाई गई ऑपरेशन स्माइल की टीम को मामला सौंपा. काफी मशक्कत के बाद ऑपरेशन स्माइल की टीम ने बालक को हरिद्वार स्थित बाल गृह रोशनाबाद से बरामद कर लिया. ऑपरेशन स्माइल टीम के प्रभारी कृपाल सिंह ने बताया कि बालक को उसकी मां को सुपुर्द कर दिया गया है.
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वहीं, मां ने बताया कि बालक के पिता की काफी समय पहले मृत्यु हो चुकी है. बालक कामकाज की तलाश में घर से निकला और फिर वापस नहीं लौटा. संभवत नालंदा रेलवे स्टेशन से ट्रेन में बैठ कर बालक देहरादून पहुंच गया, जो मंदबुद्धि होने की वजह से अपना नाम पता पूरी तरीके से पुलिस को नहीं बता सका.
कृपाल सिंह ने बताया कि डीजीपी अशोक कुमार के निर्देश पर पूरे प्रदेश में ऑपरेशन स्माइल चलाया जा रहा है. इस ऑपरेशन के तहत अब तक सैकड़ों बिछड़ों को अपनों से मिलाया जा चुका है. बालक को उसकी मां से मिलाने में आरक्षी मुकेश कुमार ने भी अपनी अहम भूमिका निभाई.