देहरादून: ऑपरेशन स्माइल लोगों के चेहरे पर मुस्कान ला रही है. अपनों से बिछड़े बच्चों और लोगों को उत्तराखंड पुलिस अपनों से मिला रही है. इसी कड़ी में डीजीपी अशोक कुमार लगातार अपने अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देशित कर रहे हैं. वहीं साल 2015 से शुरू हुए ऑपरेशन स्माइल ने अब तक 2486 बच्चे, 1207 महिला और 918 पुरुषों सहित कुल 4611 लोगों को उनके परिजनों से मिलाया है.
गौर हो कि इस साल डीजीपी अशोक कुमार के निर्देशन में 1 सितंबर 2023 से 31 अक्टूबर तक 2 महीने ऑपरेशन स्माइल अभियान चलाया गया. अभियान का मुख्य उद्देश्य गुमशुदा बच्चों के साथ-साथ गुमशुदा पुरुषों और महिलाओं को भी तलाश कर, उनके परिजनों के सुपुर्द करना है. साथ ही संबंधित विभाग के माध्यम से उनका पुनर्वास करना, बच्चों, महिलाओं और पुरूषों के खिलाफ होने वाले अपराधों की रोकथाम करना और उन्हें अपराधों में शामिल होने से रोकना है.
देहरादून, हरिद्वार,उधमसिंह नगर, नैनीताल में चार टीमों का गठन किया गया. जिसमें से एक टीम एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की है. बाकी जनपदों में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट द्वारा अभियान को चलाया गया. रेलवे में भी एक टीम का गठन किया गया. प्रत्येक टीम में उपनिरीक्षक-1, कांस्टेबल-4 को नियुक्त किया गया. प्रत्येक तलाशी टीम में गुमशुदा और बरामद बच्चों सहित महिलाओं से पूछताछ के लिए एक महिला पुलिसकर्मी को भी नियुक्त किया गया. टीमों की सहायता के लिए एक-एक विधिक (अभियोजन अधिकारी) और टेक्निकल टीम (डीसीआरबी) का भी गठन किया गया है.
जनपद के ऐसे स्थान जहां गुमशुदाओं के मिलने की संभावना अधिक है. जैसे शेल्टर होम्स,ढाबे,कारखाने,बस अड्डे,रेलवे स्टेशन,धार्मिक स्थानों और आश्रमों आदि में अभियान को चलाया गया. गुमशुदाओं का मिलान प्रदेश और सीमावर्ती राज्यों में बरामद लावारिस शवों से भी किया गया. अभियान में कुल 265 बच्चे (बालक 144, बालिका 121), 488 पुरुष व 603 महिलाओं (कुल 1356 गुमशुदा) को बरामद किया गया. बरामद 1356 गुमशुदाओं में 1169 पंजीकृत (उत्तराखंड के-1153 व अन्य राज्य16) और 187 अपंजीकृत (उत्तराखंड के-129 व अन्य राज्य-58) हैं. जनपद हरिद्वार द्वारा सर्वाधिक 385 गुमशुदाओं को बरामद किया गया.
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डीजीपी अशोक कुमार ने सभी जनपदों की ऑपरेशन स्माइल की टीमों को बधाई देते हुए कहा कि आप लोगों की मेहनत से ऑपरेशन स्माइल का ये 12वां चरण सबसे अधिक सफल रहा.ऑपरेशन स्माइल पुलिस की संवेदनशीलता का चेहरा दिखाता है. अभियान के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाली टीम प्रभारियों को डीजीपी ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.