देहरादून: कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए अभी तक लॉकडाउन सबसे बेहतर तरीका है. लॉकडाउन में मजदूरों, गरीबों और असहायों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. इस बीच इन लोगों के लिए उत्तराखंड पुलिस ने संकटमोचक का काम किया है. लॉकडाउन के चौथे चरण में भी पुलिस संकटमोचक बनकर खाद्य सामग्री व मेडिकल सुविधा से लेकर हर तरह की मदद जारी रखे हुए है. लॉकडाउन का चौथा चरण अब अंतिम पड़ाव पर है, ऐसे में अब लोग काफी हद तक आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर हैं.
पूरे राज्य की बात करें तो लॉकडाउन के सभी चरणों में देहरादून पुलिस जरूरतमंदों की मदद करने में पहले नंबर पर रही है. देहरादून पुलिस ने 25 मई 2020 तक 10 लाख 23 हजार 704 लोगों तक राहत का सामान पहुंचाया है. वहीं, गरीबों की मदद में हरिद्वार पुलिस का नाम दूसरे नंबर पर आता है. लॉकडाउन के सभी चरणों में जरूरतमंदों की सहायता के लिए सरकारी, गैर सरकारी संस्थाओं और लोगों ने व्यक्तिगत रूप से पुलिस तक मदद पहुंचाई. जिसको पुलिस व्यवस्थित तरीके से जरूरतमंदों तक पहुंचाने का काम किया.
लॉकडाउन में मित्र पुलिस की 'राहत'
(23 मार्च-25 मई 2020)
जनपद | राहत कैंप | फूड किट | राशन किट | योग |
उत्तरकाशी | 0 | 7,597 | 9,253 | 16,850 |
टिहरी | 13 | 8,753 | 1,722 | 10,475 |
चमोली | 0 | 6,276 | 6,473 | 12,749 |
रुद्रप्रयाग | 3 | 393 | 552 | 945 |
पौड़ी | 5 | 3,525 | 4,922 | 8,447 |
देहरादून | 3 | 8,77,725 | 1,45,979 | 10,23,704 |
हरिद्वार | 5 | 9,42,665 | 16,966 | 9,59,631 |
अल्मोड़ा | 0 | 11,489 | 5,983 | 17,472 |
बागेश्वर | 1 | 1,267 | 1,792 | 3,059 |
चंपावत | 4 | 62,839 | 7,693 | 70,532 |
पिथौरागढ़ | 1 | 79,257 | 1,17,460 | 1,96,717 |
नैनीताल | 1 | 18,027 | 32,440 | 50,467 |
उधम सिंह नगर | 10 | 1,592 | 1,526 | 3,118 |
जीआरपी | 0 | 12,409 | 21 | 12,430 |
कुल योग | 46 | 20,33,814 | 3,52,782 | 23,86,596 |
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लॉकडाउन के दौरान पुलिस ने मानवीय जिम्मेदारी निभाई- DG
वहीं, इस मामले में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि इस कार्य के लिए सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं के साथ-साथ व्यक्तिगत तौर पर लोगों ने मदद की है, जिसके चलते उत्तराखंड पुलिस ने संकट की इस घड़ी में अधिक से अधिक जरूरतमंदों तक राहत पहुंचाने का प्रयास किया. लॉकडाउन के चौथे चरण के दौरान अब काफी हद तक छूट मिलने के चलते जरूरतमंद लोग निर्भर बनने की ओर चल पड़े हैं. हालांकि, पुलिस अभी जरूरतमंद लोगों को राहत पहुंचाने का काम कर रही है.