देहरादून: अंकिता हत्याकांड और कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल मारपीट प्रकरण को लेकर विपक्ष ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. आज इसी कड़ी में प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ज्योति रौतेला के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने सचिवालय कूच किया. हालांकि पुलिस ने रास्ते में ही बैरिकेडिंग लगाकर कर उन्हें रोक दिया. इससे नाराज महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग पर चढ़ने की कोशिश की. इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारी के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई.
इस धक्का-मुक्की में महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा को हाथ में और कांग्रेस नेत्री सोनिया आनंद के गाल में हल्की खरोंच आई. वहीं, इस दौरान सुभाष रोड पर महिलाओं ने काफी देर प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस ने महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया और पुलिस लाइन भेज दिया.
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महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड में भाजपा नेता की संलिप्तता और सत्ता के बल पर वीआईपी का नाम उजागर नहीं किया जा रहा है. भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर महिला खिलाड़ियों ने गंभीर आरोप लगाए हैं, लेकिन सरकार उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है. सरकार बल्कि आरोपी को बचाने का काम कर रही है.
उन्होंने कहा प्रदेश में कैबिनेट मंत्री खुलेआम एक व्यक्ति की पिटाई कर देते हैं, लेकिन सरकार उन पर कार्रवाई करने से बच रही है. इन्हीं सब मुद्दों को लेकर महिला कांग्रेस को सचिवालय कूच करने के लिए मजबूर होना पड़ा है. इस दौरान सोनिया आनंद ने कहा अंकिता हत्याकांड में सरकार वीआईपी को बचाने में लगी हुई है. उन्होंने कहा आज भाजपा सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार चरम पर है. वहीं सरकार में मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल सरेआम दबंगई दिखाते हुए एक युवक की पिटाई कर रहे हैं, लेकिन सरकार उन्हें बर्खास्त नहीं कर रही है.