देहरादून: उत्तराखंड क्रांति दल ने लोकसभा चुनावों को लेकर अभी से तैयारियां शुरू कर जी हैं. लोकसभा चुनावों देखते हुए उत्तराखंड क्रांति दल सदस्यता अभियान चलाएगी. इसके साथ ही उत्तराखंड क्रांति दल ने 1 जनवरी से भू कानून की मांग को लेकर जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन करेगी.
उत्तराखंड क्रांति दल ने भू कानून और मूल निवास को लेकर स्थिति स्पष्ट की है. उत्तराखंड क्रांति दल ने कहा मूल निवास 1950 कट ऑफ डेट है. इसके साथ ही सशक्त भू कानून की मांग भी उत्तराखंड क्रांति दल ने की है. उत्तराखंड क्रांति दल ने कहा भू कानून के जरिये ही राज्य की बची भूमि को बचाया जा सकेगा. यूकेडी के केंद्रीय अध्यक्ष पूरन सिंह कठैत ने बताया 1 जनवरी से उत्तराखंड क्रांति दल सदस्यता अभियान शुरू करने जा रही है. जिसके तहत हर लोकसभा से एक-एक लाख सदस्य बनाए जाने का लक्ष्य रखा गया है.
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उन्होंने कहा मूल निवास सन 1950 और भू कानून की मांग को लेकर 1 जनवरी को ही हर जिले के मुख्यालयों में यूकेडी कार्यकर्ता धरना देकर मुख्यमंत्री को मांग पत्र भेजेंगे. पूरन सिंह ने सरकार से पर्वतीय जिलों में जंगली जानवरों के आतंक से निजात दिलाने के लिए कड़े कदम उठाए जाने की मांग की है.इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा मूल निवास की कट ऑफ डेट 1950 उत्तराखंड में लागू करने का समर्थन कांग्रेस नहीं करती है, जिसकी उत्तराखंड क्रांति दल निंदा करता है.
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उम्मीद की जा रही थी कि केंद्रीय अध्यक्ष के रूप में नया चेहरा दल को मिलने के बाद लोगों के पार्टी छोड़ने पर विराम लग जायेगा, लेकिन कई लोग अब तक पार्टी छोड़कर जा चुके हैं. इस सवाल के जवाब में केंद्रीय अध्यक्ष पूरन सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा राजनीति में लोगों के आने जाने का क्रम लगा रहता है, इसलिए महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति नहीं होने की वजह से कुछ लोग पार्टी छोड़कर चले गए हैं, लेकिन उत्तराखंड का भविष्य उत्तराखंड क्रांति दल है.