देहरादून/भरतपुर: उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य सोमवार सुबह भरतपुर के अपना घर आश्रम पहुंचीं. यहां उन्होंने आश्रम के मां अन्नपूर्णा प्रसादालय की नींव रखी. साथ ही पौधरोपण भी किया. गवर्नर ने आश्रम में निवासरत प्रभु जनों से मिलकर उनके हालचाल भी लिए.
इस अवसर पर राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि यह बांके बिहारी की असीम कृपा है कि अपना घर आश्रम में असहाय और लावारिस लोगों की निर्बाध रूप से सेवा हो रही है. प्रसादालय की नींव रखते समय उन्होंने कहा कि यह बांके बिहारी की कृपा से पूरा होगा.
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अपना घर आश्रम: बेसहारा और पीड़ित लोगों के लिए बीएम भारद्वाज और डॉ. माधुरी भारद्वाज ने 2000 में अपना घर आश्रम शुरू किया था. ऐसे लोग जो सड़क, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, धार्मिक स्थल, अस्पताल और निर्जन स्थानों के पास बेसहारा होते हैं. जिनके तन पर कपड़ा भी नहीं होता है. अपना घर आश्रम उन लोगों का सहारा बनता है, जिन लोगों के पास पीड़ा के समय में दर्द के लिए दवा, पेट के लिए भोजन और तन के लिए कपड़ा तो दूर की बात पानी तक मयस्सर नहीं होता है.
भारद्वाज को बस स्टैंड, रेलवे स्टेशनों और अस्पतालों में बहुत से ऐसे लोग नजर आते थे, जिन्हें बेसहारा छोड़ दिया जाता था. उनको अपने साथ लेकर जाने से भारद्वाज की अपना घर की यात्रा शुरू हुई. 42 संगठन और दर्जनभर राज्य 18 से 60 वर्ष की आयु के बीच के ऐसे लोगों को अपना घर भेजते हैं, जिनका कोई ठिकाना नहीं है. राजस्थान के भरतपुर में उनके मुख्य केंद्र के अलावा, नेपाल सहित 31 अन्य केंद्र हैं. भरतपुर के उनके केंद्र में वर्तमान में 3,000 से ज्यादा व्यक्ति हैं. भारद्वाज के अनुसार अपना घर ने अब तक 21 हजार से ज्यादा व्यक्तियों का सफलतापूर्वक इलाज और पुनर्वास किया है.
इन शहरों में हैं शाखाएं: राजस्थान में भरतपुर, अजमेर, बीकानेर, जोधपुर, श्रीगंगानगर, कोटा, अलवर, कोटड़ा अजमेर, पाली, नोखा, हिंडौन, बस्सी और उत्तर प्रदेश में कोकिलावान, शामली, हाथरस, गोवर्धन, फीरोजाबाद में है. वहीं, मध्य प्रदेश के शिवपुरी, डबरा और ग्वालियर में है. दिल्ली में पूठखुर्द और बुढ़पुर में और पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में है.