देहरादून: उत्तराखंड की लाइफलाइन कही जाने वाली चारधाम की यात्रा इसी महीने 26 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही शुरू हो रही है, लेकिन देशव्यापी लॉकडाउन के चलते चारधाम के कपाट खोलने और व्यवस्थाओं को मुकम्मल करने की एक बड़ी चुनौती राज्य सरकार के सामने है. वहीं, ETV Bharat से बातचीत में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि चारधाम के कपाट खुलने के संबंध में केंद्र सरकार को प्रपोजल भेजा गया है और अब केंद्र सरकार की अनुमति का इंतजार है.
वहीं, सतपाल महाराज ने बताया कि अभी लॉकडाउन है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन की समय सीमा को बढ़ाकर तीन मई तक कर दिया है. हालांकि, चारधाम के तीनों जिले उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग में स्थिति सामान्य है. यही नहीं समीक्षा बैठक के दौरान तीनों जिलों के जिलाधिकारियों से वार्ता की गई है कि चारधाम के कपाट खुलने में कोई दिक्कत नहीं होगी. जिसका प्रपोजल केंद्र सरकार को भेजा जा चुका है.
सतपाल महाराज ने बताया कि केंद्र सरकार को प्रपोजल भेजा गया है. उनकी सहमति मिलने के बाद ही चारधाम की व्यवस्थाओं के लिए बनाई गई रणनीति को अमलीजामा पहनाया जाएगा. यही नहीं इस बार चारधाम के कपाट खुलने के बाद यात्री दर्शन के लिए नहीं जाएंगे, क्योंकि इस बार चारधाम की यात्रा लॉकडाउन के चलते नहीं होगी. ऐसे में अब राज्य सरकार का मात्र एक ही लक्ष्य है कि चारधाम के कपाट खुलने की तिथि पहले के अनुसार चारधाम के कपाट खोले जाएं.
इस सीजन चारधाम की यात्रा नहीं चलेगी, ऐसे में घर बैठे ही श्रद्धालु चार धाम के दर्शन कर सकें. इस सवाल पर पर्यटन मंत्री ने बताया कि प्रशासन चार धाम के कपाट खुलने का वीडियो जारी करेगा. लेकिन वहां और किस तरह की व्यवस्था हो, इसका निर्णय केंद्र सरकार ले तो ज्यादा बेहतर होगा. केंद्र सरकार जो फैसला लेगी, उसी फैसले के अनुरूप ही काम किया जाएगा.
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वहीं, बदरीनाथ और केदारनाथ के मुख्य पुजारी को केरल और कर्नाटक से लाने के संबंध में भी केंद्र सरकार से वार्ता की जा रही है कि समय रहते वह इसका परमिशन दें ताकि हेलीकॉप्टर के माध्यम से मुख्य पुजारी को उत्तराखंड लाया जा सके. अगर कोई अन्य तरीका होगा तो उस तरीके से भी मुख्य पुजारियों को उत्तराखंड लाया जाएगा. इसके साथ ही उन्हें अगर क्वारंटाइन करने की जरूरत पड़ेगी तो उन्हें क्वारंटाइन भी किया जाएगा. नियमों और परंपराओं को ध्यान में रखते हुए सभी गतिविधियों को अमलीजामा पहनाया जाएगा.
सतपाल महाराज ने इसके साथ ही बताया कि कोरोना वायरस का असर पर्यटन पर पड़ रहा है, लेकिन इससे उबरने के लिए सबसे पहले जीवन सामान्य करना होगा. बाजार के अंदर खरीद-फरोख्त सामान्य होगी, बसें सामान्य रूप से चलेंगी. इसमें समय लगेगा लेकिन दुनिया भर का टूरिज्म इस समय बाधित हो गया है और टूरिज्म को फिर से पटरी पर लाने के लिए समय लगेगा. यहीं नहीं आधुनिक तरीकों को अपनाकर पर्यटन को फिर से सुचारू करेंगे.