देहरादूनः ईटीवी भारत की खबर का एक बार फिर से बड़ा असर हुआ है. ईटीवी भारत ने उत्तराखंड वन विभाग के मुखिया जयराज को धमकी देने के मामले को प्रमुखता से उठाया था. जिसमें ईटीवी ने कोमल सिंह नाम के अधिकारी की ओर से अपने मुखिया को आपत्तिजनक शब्दों के साथ पत्र लिखने का खुलासा किया था. खबर दिखाए जाने के बाद वन विभाग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सालों से एक जगह पर जमे अधिकारी को हटाने का फैसला लिया है. साथ ही अन्य 6 अधिकारियों के तबादले भी कर दिए हैं.
गौर हो कि बीते 16 अक्टूबर को ईटीवी भारत ने वन विभाग मुखिया को धमकी भरा पत्र नाम से खबर प्रकाशित की थी. जिसमें कोमल सिंह अधिकारी की ओर से अपने मुखिया को आपत्तिजनक शब्दों के साथ पत्र लिखने का ईटीवी भारत ने खुलासा किया था. ईटीवी भारत पर ही इस मामले पर प्रमुख वन संरक्षक जयराज से सवाल भी किए थे और उन्होंने इस मामले में चिट्ठी उन तक पहुंचने के बाद कार्रवाई करने की बात भी कही थी.
ये भी पढ़ेंः विवादित अधिकारी कोमल सिंह ने PCCF को लिखा धमकी भरा पत्र, महकमे में हड़कंप
बहरहाल, अब इस चिट्ठी का असर भी दिखने लगा है. उत्तराखंड वन विभाग ने आज विभाग के सात अधिकारियों के तबादले से जुड़ी सूची जारी कर दी. सूची में सबसे ऊपर उस अधिकारी का नाम था, जिसे कई शिकायतें आने के बावजूद भी आज तक कोई हिला नहीं सका था. महकमे ने वन्य जीव प्रतिपालक कोमल सिंह को उस जगह से स्थानांतरित कर दिया गया है, जहां वह सालों से जमे हुए थे. कोमल सिंह को वन्य जीव प्रतिपालक राजाजी टाइगर रिजर्व से प्रभारी उप निदेशक गोविंद पशु विहार पुरोला भेजा गया है.
वन विभाग में कोमल सिंह समेत 7 अधिकारियों के तबादले किए गए हैं.
- सोहनलाल- प्रभारी प्रभागीय वन अधिकारी सिविल सोयम वन विभाग.
- करुणानिधि-क्षेत्रीय प्रबंधक वन विकास निगम.
- कामता प्रसाद वर्मा- प्रभारी प्रभागीय वन अधिकारी बड़कोट.
- रवींद्र नाथ- प्रभारी उप निदेशक गंगोत्री राष्ट्रीय पार्क.
- उमेश चंद्र तिवारी- प्रभारी प्रभागीय वन अधिकारी रामनगर.
- अमरेश कुमार- प्रभारी प्रभागीय वन अधिकारी भूमि संरक्षक वन प्रभाग लैंसडाउन शामिल हैं.