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कोरोना के नए वेरिएंट के लिए तैयार है उत्तराखंड, DG हेल्थ की जुबानी सुनिए

उत्तराखंड में अब तक कोरोना से 7 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं. अब इसके नए वेरिएंट का डर सता रहा है. कोरोना का नया वेरिएंट डेल्टा प्लस पहले ही पांच राज्यों में दस्तक दे चुका है. उत्तराखंड सरकार इससे निपटने के लिए तैयारी पूरी होने का दावा कर रही है.

डेल्टा वेरिएंट को लेकर तैयार है उत्तराखंड
डेल्टा वेरिएंट को लेकर तैयार है उत्तराखंड
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Published : Jun 23, 2021, 2:17 PM IST

Updated : Jun 23, 2021, 2:47 PM IST

देहरादून: देशभर में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का असर धीरे-धीरे कम होता जा रहा है. पिछले 24 घंटे के भीतर देश भर में कोरोना के 50 हजार से कम मामले सामने आए हैं जो पिछले 91 दिनों में सबसे कम हैं. लेकिन अब कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट ने सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. यह नया वेरिएंट तेजी से अपने पैर पसार रहा है. उत्तराखंड सरकार इसको लेकर पूरी तरह से तैयार रहने का दावा कर रही है.

पांच राज्यों में डेल्टा प्लस वेरिएंट ने दी दस्तक

वैज्ञानिकों की मानें तो कोराना लगातार अपने रूप बदल रहा है. कोरोना संक्रमण के नए रूप को डेल्टा प्लस वेरिएंट नाम दिया गया है. फिलहाल इससे जुड़े मामले अभी केवल पांच राज्यों मध्यप्रदेश, केरल, तमिलनाडु, पंजाब और महाराष्ट्र में देखने को मिले हैं. इस नए वेरिएंट डेल्टा प्लस से मध्यप्रदेश के 4 मरीजों की मौत भी हो चुकी है. इसके साथ ही देश भर में 20 से अधिक लोग इस नए वेरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं.

कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर तैयार है उत्तराखंड

पढ़ें: 25 जून से आमजन के लिए खुलेगा आरटीओ कार्यालय

देशभर में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर डेल्टा वेरिएंट की वजह से ही आई थी, लेकिन अब डेल्टा वेरिएंट, डेल्टा प्लस वेरिएंट में तब्दील हो गया है जो डेल्टा वेरिएंट से काफी खतरनाक है. यह डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले काफी तेजी से फैल रहा है. चर्चाएं ये भी हैं कि वैक्सीन से मिलने वाली इम्युनिटी को डेल्टा प्लस वेरिएंट चकमा दे सकता है.

डेल्टा वेरिएंट को सुपर-स्प्रेडर माना जाता है

डेल्टा वेरिएंट को सुपर-स्प्रेडर के तौर पर देखा जा रहा है. डेल्टा के दो म्यूटेशन- 452R और 478K इम्युनिटी को चकमा दे सकते हैं. हालांकि वैक्सीन की दोनों डोज जरूर इन पर प्रभावी हैं, लेकिन एक डोज से मिलने वाली सुरक्षा का असर इनपर कम है. हाल ही में ब्रिटेन में हुई एक स्टडी के अनुसार, डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ पहली डोज 23 पर्सेंट सुरक्षा देती है. जबकि अल्फा वेरिएंट के खिलाफ ये 51 पर्सेंट सुरक्षा देती है.

दूसरी लहर पहली लहर से काफी खतरनाक थी. ऐसे में तीसरी लहर को लेकर लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं. वर्तमान में देश भर में कोरोना संक्रमण के मामले में काफी कमी आई है. पीआईबी के अनुसार, पिछले 24 घंटे में भारत में 50 हजार से कम नए मामले सामने आए हैं.

पढ़ें: चारधाम और हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए जरूरी होगा ऑनलाइन ट्रिप कार्ड, पढ़ें पूरी खबर

स्वास्थ्य महानिदेशक ने दी जानकारी

उत्तराखंड में तीसरी लहर को लेकर की जा रही तैयारियों के बारे में डीजी हेल्थ तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि वर्तमान में स्थिति अच्छी है. लेकिन आगे के लिए अभी से तैयार रहना है. डीजी हेल्थ के अनुसार फिलहाल कर्फ्यू की वजह से लोगों की आवाजाही पर लगाम है. लेकिन कर्फ्यू हटने के बाद स्थिति बिगड़ सकती है. ऐसे में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने लोगों को काफी सबक दिया है.

तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से तैयार है. उन्होंने कहा कि अभी किसी को नहीं पता कि कोरोना संक्रमण की कितनी लहरें दस्तक देंगी? लिहाजा लोगों को इसके साथ जीना सीख लेना चाहिए.

यही नहीं, देश के कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के नए डेल्टा प्लस वेरिएंट की दस्तक के सवाल पर तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि स्वास्थ्य महकमे की तैयारियां पूरी हैं. यही नहीं, सपोर्टेड ऑक्सीजन बेड, पीएचसी और सीएससी स्तर पर भी तैयार किए जा चुके हैं. साथ ही बताया कि आगामी स्थितियों को देखते हुए स्वास्थ्य महकमा लगातार अपनी व्यवस्थाओं को और दुरुस्त करने में जुटा हुआ है.

ऑक्सीजन और आईसीयू सपोर्टेड बेड की तैयारी कर ली गई है

ऑक्सीजन सपोर्टेड और आईसीयू बेडों की संख्याओं को भी बढ़ाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अभी डेल्टा प्लस वेरिएंट ने दस्तक नहीं दी है. ऐसे में इसकी चुनौतियों के बारे में कहना अभी बहुत मुश्किल है, लेकिन सरकार ने तैयारी पूरी कर ली है.

उत्तराखंड सरकार भले ही तीसरी लहर को लेकर अपनी तैयारियों को बेहतर बता रही हो, लेकिन अगर कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर, दूसरी लहर से ज्यादा खतरनाक होगी, तो राज्य में भयानक स्थिति पैदा होने की आशंका है. यही नहीं, डेल्टा प्लस वेरिएंट अभी तक के सभी वेरिएंट से काफी खतरनाक बताया जा रहा है.

देहरादून: देशभर में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का असर धीरे-धीरे कम होता जा रहा है. पिछले 24 घंटे के भीतर देश भर में कोरोना के 50 हजार से कम मामले सामने आए हैं जो पिछले 91 दिनों में सबसे कम हैं. लेकिन अब कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट ने सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. यह नया वेरिएंट तेजी से अपने पैर पसार रहा है. उत्तराखंड सरकार इसको लेकर पूरी तरह से तैयार रहने का दावा कर रही है.

पांच राज्यों में डेल्टा प्लस वेरिएंट ने दी दस्तक

वैज्ञानिकों की मानें तो कोराना लगातार अपने रूप बदल रहा है. कोरोना संक्रमण के नए रूप को डेल्टा प्लस वेरिएंट नाम दिया गया है. फिलहाल इससे जुड़े मामले अभी केवल पांच राज्यों मध्यप्रदेश, केरल, तमिलनाडु, पंजाब और महाराष्ट्र में देखने को मिले हैं. इस नए वेरिएंट डेल्टा प्लस से मध्यप्रदेश के 4 मरीजों की मौत भी हो चुकी है. इसके साथ ही देश भर में 20 से अधिक लोग इस नए वेरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं.

कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर तैयार है उत्तराखंड

पढ़ें: 25 जून से आमजन के लिए खुलेगा आरटीओ कार्यालय

देशभर में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर डेल्टा वेरिएंट की वजह से ही आई थी, लेकिन अब डेल्टा वेरिएंट, डेल्टा प्लस वेरिएंट में तब्दील हो गया है जो डेल्टा वेरिएंट से काफी खतरनाक है. यह डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले काफी तेजी से फैल रहा है. चर्चाएं ये भी हैं कि वैक्सीन से मिलने वाली इम्युनिटी को डेल्टा प्लस वेरिएंट चकमा दे सकता है.

डेल्टा वेरिएंट को सुपर-स्प्रेडर माना जाता है

डेल्टा वेरिएंट को सुपर-स्प्रेडर के तौर पर देखा जा रहा है. डेल्टा के दो म्यूटेशन- 452R और 478K इम्युनिटी को चकमा दे सकते हैं. हालांकि वैक्सीन की दोनों डोज जरूर इन पर प्रभावी हैं, लेकिन एक डोज से मिलने वाली सुरक्षा का असर इनपर कम है. हाल ही में ब्रिटेन में हुई एक स्टडी के अनुसार, डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ पहली डोज 23 पर्सेंट सुरक्षा देती है. जबकि अल्फा वेरिएंट के खिलाफ ये 51 पर्सेंट सुरक्षा देती है.

दूसरी लहर पहली लहर से काफी खतरनाक थी. ऐसे में तीसरी लहर को लेकर लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं. वर्तमान में देश भर में कोरोना संक्रमण के मामले में काफी कमी आई है. पीआईबी के अनुसार, पिछले 24 घंटे में भारत में 50 हजार से कम नए मामले सामने आए हैं.

पढ़ें: चारधाम और हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए जरूरी होगा ऑनलाइन ट्रिप कार्ड, पढ़ें पूरी खबर

स्वास्थ्य महानिदेशक ने दी जानकारी

उत्तराखंड में तीसरी लहर को लेकर की जा रही तैयारियों के बारे में डीजी हेल्थ तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि वर्तमान में स्थिति अच्छी है. लेकिन आगे के लिए अभी से तैयार रहना है. डीजी हेल्थ के अनुसार फिलहाल कर्फ्यू की वजह से लोगों की आवाजाही पर लगाम है. लेकिन कर्फ्यू हटने के बाद स्थिति बिगड़ सकती है. ऐसे में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने लोगों को काफी सबक दिया है.

तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से तैयार है. उन्होंने कहा कि अभी किसी को नहीं पता कि कोरोना संक्रमण की कितनी लहरें दस्तक देंगी? लिहाजा लोगों को इसके साथ जीना सीख लेना चाहिए.

यही नहीं, देश के कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के नए डेल्टा प्लस वेरिएंट की दस्तक के सवाल पर तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि स्वास्थ्य महकमे की तैयारियां पूरी हैं. यही नहीं, सपोर्टेड ऑक्सीजन बेड, पीएचसी और सीएससी स्तर पर भी तैयार किए जा चुके हैं. साथ ही बताया कि आगामी स्थितियों को देखते हुए स्वास्थ्य महकमा लगातार अपनी व्यवस्थाओं को और दुरुस्त करने में जुटा हुआ है.

ऑक्सीजन और आईसीयू सपोर्टेड बेड की तैयारी कर ली गई है

ऑक्सीजन सपोर्टेड और आईसीयू बेडों की संख्याओं को भी बढ़ाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अभी डेल्टा प्लस वेरिएंट ने दस्तक नहीं दी है. ऐसे में इसकी चुनौतियों के बारे में कहना अभी बहुत मुश्किल है, लेकिन सरकार ने तैयारी पूरी कर ली है.

उत्तराखंड सरकार भले ही तीसरी लहर को लेकर अपनी तैयारियों को बेहतर बता रही हो, लेकिन अगर कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर, दूसरी लहर से ज्यादा खतरनाक होगी, तो राज्य में भयानक स्थिति पैदा होने की आशंका है. यही नहीं, डेल्टा प्लस वेरिएंट अभी तक के सभी वेरिएंट से काफी खतरनाक बताया जा रहा है.

Last Updated : Jun 23, 2021, 2:47 PM IST
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