देहरादूनः मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से भेंट कर राज्य से संबंधित विषयों पर चर्चा की. सीएम धामी ने केंद्रीय मंत्री से सौंग बांध पेयजल परियोजना के लिए 1774 करोड़ की धनराशि का वित्त पोषण भारत सरकार से विशेष सहायता के अंतर्गत कराने का अनुरोध किया. सीएम ने केंद्रीय वित्त मंत्री से उत्तराखंड की विशेष परिस्थितियों और सीमित वित्तीय संसाधनों को देखते हुए वाह्य सहायतित परियोजनाओं की ऋण राशि पर लगाई गई सीलिंग को हटाए जाने का भी अनुरोध किया.
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आज नई दिल्ली में माननीय केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती @nsitharaman जी से भेंट कर प्रदेश के विकास से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा की।
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इस दौरान उनसे सौंग बांध पेयजल परियोजना के लिए ₹1774 करोड़ की धनराशि का वित्त पोषण भारत सरकार से विशेष सहायता के अन्तर्गत कराने एवं बाह्य… pic.twitter.com/UQ7VSfsjuI
">आज नई दिल्ली में माननीय केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती @nsitharaman जी से भेंट कर प्रदेश के विकास से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा की।
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इस दौरान उनसे सौंग बांध पेयजल परियोजना के लिए ₹1774 करोड़ की धनराशि का वित्त पोषण भारत सरकार से विशेष सहायता के अन्तर्गत कराने एवं बाह्य… pic.twitter.com/UQ7VSfsjuIआज नई दिल्ली में माननीय केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती @nsitharaman जी से भेंट कर प्रदेश के विकास से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा की।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 3, 2023
इस दौरान उनसे सौंग बांध पेयजल परियोजना के लिए ₹1774 करोड़ की धनराशि का वित्त पोषण भारत सरकार से विशेष सहायता के अन्तर्गत कराने एवं बाह्य… pic.twitter.com/UQ7VSfsjuI
सीएम धामी ने कहा कि देहरादून की बढ़ती हुई आबादी के कारण पेयजल की मांग तेजी से बढ़ती जा रही है. इसके दृष्टिगत व भविष्य में सतत् पेयजल की सुविधा प्रदान करने के लिए गंगा नदी की सहायक सौंग नदी पर 'सौंग बांध पेयजल परियोजना' प्रस्तावित है. प्रस्तावित परियोजना की कुल लागत 2021 करोड़ रुपए है. परियोजना के निर्माण से 150 एमएलडी पेयजल 'गुरुत्व' के माध्यम से देहरादून नगर व इसके उपनगरीय क्षेत्रों की लगभग 10 लाख आबादी को पेयजल उपलब्ध होगा. परियोजना के निर्माण उपरांत पेयजल व्यवस्था की नलकूपों पर निर्भरता लगभग समाप्त हो जाएगी. इसके अतिरिक्त परियोजना के निर्माण से लगभग 3.50 किमी लंबी झील का निर्माण होगा, जोकि क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देगा. इससे रोजगार सृजन होगा एवं स्थानीय नागरिकों के आय में वृद्धि होगी. झील निर्माण से पर्यावरण को भी लाभ होगा.
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उन्होंने कहा कि इस परियोजना का एक अन्य मुख्य लाभ बाढ़ नियंत्रण है. परियोजना के निर्माण के फलस्वरूप देहरादून जनपद के 10 ग्रामों की लगभग 15 हजार आबादी को सौंग नदी में प्रतिवर्ष आने वाली बाढ़ से सुरक्षा प्रदान होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि परियोजना से संबंधित सभी आवश्यक तकनीकी, वन भूमि हस्तांतरण स्टेज-1 एवं अन्य आवश्यक स्वीकृतियां संबंधित विभागों /मंत्रालयों से प्राप्त की जा चुकी हैं. परियोजना से प्रभावित होने वाले कुटुम्बों (परिवार) के पुनर्वास एवं पुनर्व्यवस्थापन हेतु 247 करोड़ रुपए का व्ययभार राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा.
मुख्यमंत्री धामी ने केंद्रीय वित्त मंत्री से राज्य सरकार के सीमित वित्तीय संसाधनों के दृष्टिगत परियोजना के लिए 1774 करोड़ रुपए की अवशेष धनराशि का वित्त पोषण भारत सरकार से विशेष सहायता के अंतर्गत कराने का अनुरोध किया. मुख्यमंत्री ने केंद्रीय वित्त मंत्री से उत्तराखंड की विशेष परिस्थितियों और सीमित वित्तीय संसाधनों को देखते हुए बाह्य सहायतित परियोजनाओं की ऋण राशि पर लगाई गई सीलिंग को हटाए जाने का भी अनुरोध किया.
सीएम ने कहा कि एडीबी के तहत देहरादून के मुख्य मार्गों में विद्युत लाइनों (एचटी एंड एलटी लाइन) को भूमिगत करने के साथ ही राज्य की पारेषण प्रणाली के सुदृढ़ीकरण के कार्य, जिसमें विद्युत उपस्थानों एवं लाइनों का निर्माण कार्य सम्मिलित है, का कार्य शीघ्र किया जाना है. मुख्यमंत्री ने आर्थिक कार्य विभाग, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार से उपरोक्त योजना की स्वीकृति प्रदान कराए जाने का अनुरोध किया. इस पर केंद्रीय वित्त मंत्री ने पुनर्मूल्यांकन हेतु प्रस्ताव भेजने को कहा ताकि अग्रिम कार्रवाई की जा सके. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सीएम पुष्कर सिंह धामी को हर संभव सहयोग के प्रति आश्वस्त किया.
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