देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा में आज (15 फरवरी) त्रिवेंद्र सरकार को वित्तीय वर्ष 2019-20 का बजट पेश करना था, लेकिन गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्यवाही शुरू की गई. हालांकि, ताजा घटना को मद्देनजर रखते हुये बजट आज पेश नहीं किया गया. साथ ही सदन सोमवार (18 फरवरी) तक स्थगित किया गया है और उसी दिन बजट पेश भी पेश किया जाएगा. इस दौरान सदन में शोक मनाया गया. वहीं, सीएम त्रिवेंद्र ने सभी शहीदों को एक माह का वेतन देने का प्रस्ताव रखा जिस पर पूरे सदन ने सर्वसम्मति से इसे पारित किया गया.
गौर हो कि देश के 42 जवान पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए हैं, जिनमें देवभूमि के दो लाल भी शामिल हैं. इस पूरी घटना से देशभर में शोक है. इसी घटना को देखते हुये आज उत्तराखंड विधानसभा में पेश होने वाले बजट को सोमवार तक के लिये टाल दिया गया है. हालांकि, सदन की कार्यवाही जारी रही. इस दौरान सदन में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई. इसके बाद संसदीय कार्यमंत्री प्रकाश पंत ने पुलवामा हमले पर शोक प्रस्ताव सदन में रखा है. वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने श्रद्धांजलि देते हुये एक माह का वेतन शहीदों को देने का प्रस्ताव रखा है. जिस पर सदन ने इसे पारित कर दिया. इस दौरान रुड़की बीजेपी विधायक प्रदीप बत्रा ने अपने छह महीने का वेतन शहीदों के परिजनों को देने की बात भी कही. वहीं, सदन सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि पूरे सदन ने एक माह की वेतन शहीदों को समर्पित का निर्णय लिया गया है. जिसे पारित भी किया गया है. उन्होंने कहा कि इस घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज विधानसभा सत्र के दौरान सदन में घायल जवानों के जल्द कुशल होने की कामना की है. सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ने इस तरह की घटनाओं में शहीद होने वाले जवानें के आश्रितों को उनकी योग्यता के अनुसार राजकीय सेवा में स्थान दिया जाता है. इसके अलावा सरकार पहले ही निर्णय ले चुका है कि जितने भी शहीद हैं, उनका भव्य शौर्य स्मारक बनाया जाएगा.
वहीं, सीएम ने देहरादून में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्रों का आतंकी गतिविधि में संलिप्तता को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि इस तरह के मामले पहले भी सामने आए हैं. इसलिए उन पर पुलिस के द्वारा कड़ी नजर रखी जा रही है. पकड़े जाने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही बीजेपी विधायक राजकुमार ठुकराल, विधायक मुन्ना चौहान और मसूरी विधायक गणेश जोशी ने सदन में श्रद्धांजलि भाषण दिया. जोशी भाषण के समय बेहद भावुक नजर आए.
सदन में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार को भी शहीदों के परिवार को आर्थिक मदद के लिये आगे आना होगा. उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा ने आतंकी हमले में शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाया है. उनका कहना है कि सेना में इस तरह का कोई शब्द ही नहीं है, अमेरिका की आर्मी से सर्जिकल स्ट्राइक का कॉन्सेप्ट लिया गया है. कांग्रेस विधायकों ने केंद्र सरकार से कड़ी कार्रवाई करने को कहा है.
वहीं, झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल ने बड़ा बयान देते हुये कहा है कि इस आतंकी घटना को विरोध में वो वाघा बॉर्डर पर जाकर पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे. उन्होंनो "पाकिस्तान बना आतंकियों का अड्डा" नाम से मुहिम चलाने की बात कही, साथ ही सदन के अन्य सदस्यों को भी इस मुहिम से जुड़ने का प्रस्ताव रखा. कर्णवाल ने शराब कांड में मृत लोगों को भी श्रद्धाजंलि दी. इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने कर्णवाल को फटकार लगाते हुए शराब कांड के विषय को कार्यवाही से बाहर कर दिया.
उधर, रुड़की से बीजेपी विधायक प्रदीप बत्रा ने अगले साल से 14 फरवरी को वेलेंटाइन न मनाकर रखा शहीद दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा है. इसके साथ ही बत्रा ने अपना 6 महीने का वेतन शहीदों के परिवार को देने का एलान किया.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने आज के सभी कार्यक्रम स्थगित करने के निर्देश दिए हैं. बीजेपी प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ. देवेंद्र भसीन ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट आज शहीद के परिवार से मिलने खटीमा जा रहे हैं. साथ ही प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी के कल और अगले दिनों में होने वाले सभी सम्मेलन और अन्य कार्यक्रम पूरी तरह सादगी से किये जाने के निर्देश दिये हैं.