देहरादून: शहरी विकास मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने देहरादून स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत संचालित फसाड योजना के तहत दर्शनी गेट से होते हुए घंटाघर तक निरीक्षण किया. इस दौरान मंत्री ने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर नाराजगी व्यक्त की और कई आवश्यक निर्देश भी दिए.
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने स्मार्ट सिटी परियोजना के कार्यों के निरीक्षण की शुरुआत दर्शनी गेट से की. इसके बाद पीपल मंडी, धामावाला, कोतवाली और घंटाघर तक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान मंत्री ने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर नाराजगी जताई. उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि यहां खुली तारों को हटाया जाए. साथ ही व्यापारियों की सहमति से ही फीडर बॉक्स लगाए जाएं.
पढ़ें-Kedarnath Yatra: पिछली यात्रा से सबक लेकर तैयारियों में जुटा प्रशासन, स्वास्थ्य सुविधाओं को करेगा दुरुस्त
डॉ. अग्रवाल ने यहां बाजार में सड़क से ऊंचे मेनहोल को लेवल पर लाने के लिए भी निर्देशित किया. उन्होंने कहा कि इससे स्थानीय व्यापारियों तथा यहां खरीदारी को पहुंचने वाले नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में मेन होल और सड़क एक लेवल में किए जाएं. यहां बाजारों में मलबा देख मंत्री ने जिलाधिकारी को 24 घंटे के भीतर सफाई करने के निर्देश दिए. वहीं स्थानीय व्यापारियों से फुटपाथ पर किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए भी अनुरोध किया.
क्या है फसाड योजना: देहरादून स्मार्ट सिटी योजना के तहत पलटन बाजार की दुकानों के अग्रभाग का मॉडर्नाइजेशन करके एक रूप में तैयार किया जाना है. इस योजना के तहत दुकानों के साइन बोर्ड को एक जैसा तैयार किया जाएगा. स्मार्ट सिटी के अंतर्गत घंटाघर से दर्शनी गेट तक बाजार के अग्र भाग को एक स्वरूप दिया जाएगा. जिसके अंतर्गत प्रस्तावित फसाड कार्य के बाद सभी दुकानें एक जैसी दिखेंगी. दुकानों के फ्रंट से लेकर नेम बोर्ड, साइन बोर्ड एक स्वरूप में होंगे. घंटाघर से दर्शनी गेट तक पूरा बाजार दिखने में एक जैसा लगेगा. इस कार्य पर करीब 4.79 करोड़ रुपए खर्च होंगे.