मसूरी : नगर पालिका परिषद की बोर्ड बैठक में शहर के विकास को लेकर कई प्रस्ताव को सर्वसम्मति पास हुआ. बैठक में सभासद प्रताप पवार, दर्शन सिंह रावत, आरती अग्रवाल और नंदलाल सोनकर ने नामित सभासदों को पालिका की बोर्ड बैठक में बोलने के अधिकार को सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि नामित सभासद मात्र बोर्ड की कार्रवाई में प्रतिभाग कर सकते हैं और अगर उनको कुछ कहना है तो वह लिखित में शासन को या संबंधित अधिकारी को देंगे ना की बोर्ड बैठक में बहस करेंगे.
सभासद प्रताप पवार और दर्शन रावत ने अधिशासी अधिकारी को नामित सभासदों को लेकर जारी नियमावली को बोर्ड बैठक में रखने के लिए कहा और कहा कि जब तक अधिशासी अधिकारी इस बात को स्पष्ट नहीं करेंगे, तो वह बोर्ड बैठक नहीं चलने देगे. जिस पर पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता के कई बार सभासदों से आग्रह करने पर बोर्ड बैठक को शुरू की गई. सभासद प्रताप पवार और दर्शन सिंह रावत ने कहा कि जनता ने उनको चुन कर भेजा है और उनकी जवाबदेही है कि वह जनता के हितों को लेकर बोर्ड बैठक में सवाल-जवाब करें. परंतु नामित सभासद बेवजह के सवाल कर बैठक का समय खराब कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बोर्ड बैठक नियमों के अनुसार संचालित किया जाना चाहिए.
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नामित सभासद मदन मोहन शर्मा और अरविंद सेमवाल ने कहा कि सरकार ने उनको नामित कर नगर पालिका प्रशासन भेजा है. ऐसे में वह सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और जनता से जुड़े मुद्दों को बोर्ड बैठक में उठाना उनका अधिकार है. ऐसे में कुछ सभासदों द्वारा उनके अधिकारों की बात कर उनको अपमान किया गया है. उन्होंने कहा कि वह इसकी शिकायत शासन से करेंगे और जल्द उनके अधिकारों को लेकर बनाई गई नियमावली भी सार्वजनिक की जाएगी. जिसमें नामित सभासदों को बोर्ड बैठक में बोलने का अधिकार है.