देहरादून: एक बार फिर से उत्तराखण्ड पूर्व सैनिक कल्याण निगम (उपनल) में आम नागरिक अपना पंजीकरण करवा सकते हैं. उपनल वैसे तो केवल पूर्व सैनिक और सैनिक आश्रितों के रोजगार के लिए है, लेकिन विगत वर्ष लॉकडाउन के चलते बड़ी संख्या में प्रदेश में लौट कर आये प्रवासियों के राजगार सृजन के लिए उपनल में आम लोगों का पंजीकरण भी शुरू किये गये थे. पंजीकरण की आखिरी तारीख 31 मार्च 2021 थी, लेकिन अब इसे एक साल के लिए आगे बढ़ा दिया गया है.
सैनिक कल्याण मंत्री ने की थी पहल
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी की पहल पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने प्रदेश के युवाओं को ये खुशखबरी दी है. वर्तमान समय में विकराल रूप ले रही कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत राज्य सरकार द्वारा फैसला लिया गया है कि पूर्व की भांति राज्य में लौट रहे प्रवासी उत्तराखण्ड वासियों को उनके अनुभव/योग्यता/कौशल के अनुसार उनके निवास स्थान के नजदीक रोजगार दिया जाएगा.
प्रदेश के युवाओं के लिए अच्छा अवसर
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि ‘‘वर्तमान महामारी के समय में राज्य के युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के बारे में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत अत्यधित संवेदनशील तथा सक्रिय हैं. वह स्वयं इस मामले को संज्ञापित कर रहे हैं. उन्होंने कोविड महामारी के ऐसे विपरीत समय में बेरोजगारों के लिए उपनल के माध्यम से रोजगार अवसर उपलब्ध करवाने के विभागीय प्रस्ताव को मुख्यमंत्री द्वारा अनुमोदन एवं स्वीकृति प्रदान करने के लिए उनका आभार व्यक्त किया.
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पूर्व में 31 मार्च तक थी पंजीकरण की अवधि
आपको बता दें कि पूर्व में 16 सितम्बर 2020 को जारी शासनादेश के माध्यम से 31 मार्च 2021 तक पंजीकृत अभ्यर्थियों को उपनल के माध्यम से रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाए जाने की व्यवस्था की गई थी. सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी द्वारा वर्तमान समय में कोविड19 महामारी के विकराल रूप को देखते हुए इस व्यवस्था को आगामी 31 मार्च 2022 तक के लिए बढ़ा दिया गया है. इससे राज्य के बेरोजगार युवा लाभान्वित होंगे.