देहरादूनः जोशीमठ जल प्रलय में अभी तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 200 से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं, जिन्हें रेस्क्यू करने का काम किया जा रहा है. सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस टीम दूसरे दिन भी राहत बचाव कार्यों में जुटी है. आज केंद्रीय शिक्षा मंत्री और प्रदेश के पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक ने रैणी गांव पहुंचकर आपदाग्रस्त इलाकों का दौरा किया और हालात का जायजा लिया.
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यशस्वी प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी, माननीय गृहमंत्री श्री @AmitShah जी एवं राज्य सरकार के त्वरित निर्णयों एवं प्रयासों से राहत एवं बचाव कार्य तेजी से किया जा रहा है।
— DD NEWS UTTARAKHAND (@DDnews_dehradun) February 8, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
- @DrRPNishank pic.twitter.com/QU8miYyOl9
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- @DrRPNishank pic.twitter.com/QU8miYyOl9यशस्वी प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी, माननीय गृहमंत्री श्री @AmitShah जी एवं राज्य सरकार के त्वरित निर्णयों एवं प्रयासों से राहत एवं बचाव कार्य तेजी से किया जा रहा है।
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पत्रकारों से बातचीत में निशंक ने कहा कि राहत बचाव दल कल से लगातार काम कर रहा है. स्थानीय प्रशासन की टीम भी मौके पर मौजूद है. सेना, एनडीआरएफ की टीमें, इंजीनियर एवं अन्य सभी एजेंसियां बहुत मुस्तैदी से कार्य कर रहे हैं. केंद्र सरकार भी रेस्क्यू ऑपरेशन पर लगातार नजर बनाए हुए है.
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कल उत्तराखंड के रैणी गांव में ग्लेशियर टूटने से आई आपदा के संकट से निपटने के लिए हमारी सेना, एनडीआरएफ की टीमें, इंजीनियर एवं अन्य सभी एजेंसियां बहुत मुस्तैदी से कार्य कर रहे हैं। प्रभावित स्थल पर रेस्क्यू कार्य में लगे हमारी सेना के अधिकारी ने वास्तविक स्थिति से अवगत करवाया। pic.twitter.com/tNJi2Wyj3g
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) February 8, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">कल उत्तराखंड के रैणी गांव में ग्लेशियर टूटने से आई आपदा के संकट से निपटने के लिए हमारी सेना, एनडीआरएफ की टीमें, इंजीनियर एवं अन्य सभी एजेंसियां बहुत मुस्तैदी से कार्य कर रहे हैं। प्रभावित स्थल पर रेस्क्यू कार्य में लगे हमारी सेना के अधिकारी ने वास्तविक स्थिति से अवगत करवाया। pic.twitter.com/tNJi2Wyj3g
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) February 8, 2021कल उत्तराखंड के रैणी गांव में ग्लेशियर टूटने से आई आपदा के संकट से निपटने के लिए हमारी सेना, एनडीआरएफ की टीमें, इंजीनियर एवं अन्य सभी एजेंसियां बहुत मुस्तैदी से कार्य कर रहे हैं। प्रभावित स्थल पर रेस्क्यू कार्य में लगे हमारी सेना के अधिकारी ने वास्तविक स्थिति से अवगत करवाया। pic.twitter.com/tNJi2Wyj3g
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केंद्रीय मंत्री ने बताया कि तपोवन टनल की छोटी सुरंग से लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है जबकि बड़ी टनल में रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. जल्दी ही सभी को रेस्क्यू कर लिया जाएगा.
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देवभूमि उत्तराखंड के रैणी गांव में ग्लेशियर टूटने से जो प्राकृतिक आपदा आई है उसमें हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता लोगों का जीवन बचाने की है। चिपको आंदोलन की प्रणेता एवं महान पर्यावरणविद् गौरा देवी जी की कर्मभूमि भी यही गांव है। pic.twitter.com/sDLP5Th78V
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">देवभूमि उत्तराखंड के रैणी गांव में ग्लेशियर टूटने से जो प्राकृतिक आपदा आई है उसमें हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता लोगों का जीवन बचाने की है। चिपको आंदोलन की प्रणेता एवं महान पर्यावरणविद् गौरा देवी जी की कर्मभूमि भी यही गांव है। pic.twitter.com/sDLP5Th78V
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) February 8, 2021देवभूमि उत्तराखंड के रैणी गांव में ग्लेशियर टूटने से जो प्राकृतिक आपदा आई है उसमें हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता लोगों का जीवन बचाने की है। चिपको आंदोलन की प्रणेता एवं महान पर्यावरणविद् गौरा देवी जी की कर्मभूमि भी यही गांव है। pic.twitter.com/sDLP5Th78V
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वहीं, इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने स्थानीय लोगों का हाल-चाल भी जाना और उनसे समस्याओं को लेकर बातचीत भी की.