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महंगाई का मामूली असर पड़ना स्वाभाविक: सीएम त्रिवेंद्र - उत्तराखंड सीएम त्रिवेंद्र का महंगाई पर बयान

देशभर में महंगाई आम जनता के लिए एक बड़ी समस्या है. वहीं सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत प्रदेश में महंगाई का बढ़ना स्वभाविक मानते हैं. वहीं साल 2018 में महंगाई 2.47 फीसदी थी जो साल 2019 में बढ़कर 7.82 फीसदी हो चुकी है.

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सीएम त्रिवेंद्र रावत
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Published : Jan 15, 2020, 12:56 PM IST

देहरादून: देशभर में बढ़ती महंगाई आम लोगों के लिए समस्या बनती जा रही है. वहीं उत्तराखंड में बढ़ी महंगाई को लेकर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि थोड़ा बहुत महंगाई बढ़ना स्वभाविक है. क्योंकि मजदूरी बढ़ी हैं, अधिकारियों और कर्मचारियों की वेतन में वृद्धि हुई है. इस कारण थोड़ा बहुत असर हो सकता है, लेकिन संतुलित में बहुत अंतर नहीं है.

महंगाई का असर

बढ़ती महंगाई आम लोगों के लिए एक गंभीर समस्या बनती जा रही है. जबकि प्रदेश में महंगाई बहुत अधिक न होने की बात कही जा रही है. वही केंद्रीय सांख्यिकी के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश की तस्वीर बिल्कुल अलग है. साल 2019 में महंगाई दर 7.82 पहुंच गई है, जबकि साल 2018 में महंगाई दर 2.49 फीसदी थी.

ये भी पढ़े: CM त्रिवेंद्र और राज्यपाल ने प्रदेशवासियों को दी मकर संक्रांति पर्व की बधाई

आपको बता दें कि महंगाई दर का निर्धारण खाद्य वस्तुओं और दैनिक इस्तेमाल में आने वाली वस्तुओं को आधार बनाकर तय किया जाता है, लेकिन अगर प्रदेश से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की बात करें तो ग्रामीण क्षेत्रों में शहरी क्षेत्रों से अधिक महंगाई है. क्योंकि साल 2019 के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में महंगाई दर 8.19 तो वहीं शहरी क्षेत्रों में 7.27 पायी गयी है.

देहरादून: देशभर में बढ़ती महंगाई आम लोगों के लिए समस्या बनती जा रही है. वहीं उत्तराखंड में बढ़ी महंगाई को लेकर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि थोड़ा बहुत महंगाई बढ़ना स्वभाविक है. क्योंकि मजदूरी बढ़ी हैं, अधिकारियों और कर्मचारियों की वेतन में वृद्धि हुई है. इस कारण थोड़ा बहुत असर हो सकता है, लेकिन संतुलित में बहुत अंतर नहीं है.

महंगाई का असर

बढ़ती महंगाई आम लोगों के लिए एक गंभीर समस्या बनती जा रही है. जबकि प्रदेश में महंगाई बहुत अधिक न होने की बात कही जा रही है. वही केंद्रीय सांख्यिकी के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश की तस्वीर बिल्कुल अलग है. साल 2019 में महंगाई दर 7.82 पहुंच गई है, जबकि साल 2018 में महंगाई दर 2.49 फीसदी थी.

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आपको बता दें कि महंगाई दर का निर्धारण खाद्य वस्तुओं और दैनिक इस्तेमाल में आने वाली वस्तुओं को आधार बनाकर तय किया जाता है, लेकिन अगर प्रदेश से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की बात करें तो ग्रामीण क्षेत्रों में शहरी क्षेत्रों से अधिक महंगाई है. क्योंकि साल 2019 के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में महंगाई दर 8.19 तो वहीं शहरी क्षेत्रों में 7.27 पायी गयी है.

Intro:Ready To Air..... दिन पे दिन बढ़ रही महंगाई आम लोगों के लिए एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। जबकि प्रदेश में महंगाई बहुत अधिक ना होने की बात कही जा रही है लेकिन वही केंद्रीय सांख्यिकी के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश की तस्वीर बिल्कुल अलग है। साल 2019 में महंगाई दर 7.82 हो पहुच गयी है, जबकि साल 2018 लोगों को महंगाई से राहत मिली थी क्योंकि साल 2018 में यही महंगाई दर 2.49 पर थी। 


Body:आपको बता दें कि महंगाई दर का निर्धारण खाद्य वस्तुओं और दैनिक इस्तेमाल में आने वाली वस्तुओं को आधार बनाकर तय किया जाता है। लेकिन अगर प्रदेश से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की बात करें तो ग्रामीण क्षेत्रों में शहरी क्षेत्रों से अधिक महंगाई है क्योंकि साल 2019 के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में महंगाई दर 8.19 तो वहीं शहरी क्षेत्रों में 7.27 पायी गयी है। वही प्रदेश में बढ़ रही महंगाई के सवाल पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि यह मौसम का भी एक प्रभाव हो सकता है। साथ ही बताया कि यह स्वाभाविक भी है, क्योंकि मजदूरों के दाम बढ़े हैं, अधिकारियों और कर्मचारियों की वेतन की वृद्धि हुई है। इस कारण थोड़ा बहुत असर हो सकता है। लेकिन संतुलित में बहुत अंतर नहीं है। बाइट - त्रिवेंद्र सिंह रावत, मुख्यमंत्री


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