डोईवाला: डोईवाला शुगर मिल में कार्यरत दो लिपिक (Two employees of Doiwala Sugar Mill suspended) निलंबित कर दिए गए हैं. इन लिपिकों को काम में लापरवाही बरतने के चलते निलंबित किया गया है. तौल लिपिक अश्विनी कुमार और मनोज चमोला को बिना बताए गैर हाजिर रहने और अनुशासनहीनता के चलते निलंबित किया गया है. निलंबन की कार्रवाई शुगर मिल के अधिशासी निदेशक द्वारा की गई है.
बिना कारण अनुपस्थित थे कर्मचारी: डोईवाला शुगर मिल के अधिशासी निदेशक दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि तौल लिपिक अश्विनी कुमार पुत्र नाथीराम पेराई सत्र प्रारम्भ होने की तिथि से बिना अवकाश स्वीकृत कराये ड्यूटी से अनुपस्थित चल रहा था. मुख्य गन्ना प्रबन्धक द्वारा बताया गया कि अश्विनी कुमार की ड्यूटी मिल परिसर में गन्ना व्यवस्था सम्बन्धी कार्यों में लगायी गई थी. लेकिन अश्विनी कुमार जानबूझकर अपनी ड्यूटी पर उपस्थित नहीं हो रहे थे. इस कारण मिल में गन्ना व्यवस्था सम्बन्धी कार्यों में बाधा पैदा हो रही थी. अश्विनी कुमार के पास तौल कार्य करने का लाइसेंस भी नहीं है. इसके बावजूद उनके द्वारा मिल से बाहर फील्ड में ड्यूटी लगवाने का अनुरोध किया जा रहा था.
शुगर मिल ने लिया सख्त एक्शन: अधिशासी निदेशक ने बताया कि उक्त कर्मचारी द्वारा आदेश का पालन नहीं किया जा रहा था. इसके बजाय वो बिना छुट्टी स्वीकृत हुए एक महीने से अधिक समय से अनुपस्थित चल रहा था. अश्विनी कुमार को अपनी ड्यूटी मैं लापरवाही बरतने और आदेश का पालन ना करने पर तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर इंजीनियरिंग विभाग में अटैच किया गया है.
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लापरवाह कर्मियों पर होगी कार्रवाई: वहीं दूसरे मामले में मनोज चमोला, तौल लिपिक की ड्यूटी मिल के गन्ना सेंटर रांघडवाला में गन्ना तौल कार्य के लिए लगायी गई थी. लेकिन तौल लिपिक द्वारा कार्य से मना करने और बिना सूचना के छुट्टी पर रहने पर मनोज चमोला को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर इंजीनियरिंग विभाग में अटैच किया गया है. अधिशासी निदेशक दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि दोनों लिपिकों द्वारा निर्देशों का पालन नहीं किया गया. इस वजह से स्टाफ की कमी के चलते कार्य में परेशानी का सामना भी करना पड़ा. आगे भी जिस भी कर्मचारी द्वारा काम में लापरवाही देखने को मिलेगी, उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. दोनों लिपिकों की जांच एके पाल, उप मुख्य रसायनज्ञ को सौंपी गई है. पाल एक हप्ते में अपनी रिपोर्ट देंगे.