देहरादून: एसटीएफ ने साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश करते हुए एक महिला सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से एसटीएफ ने कई एटीएम कार्ड्स और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए हैं. गिरफ्तार आरोपियों ने अलग-अलग खातों से 80 से 90 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन किया है. एसटीएफ के मुताबिक यह गिरोह पूरे देश में सक्रिय है.
कोटद्वार निवासी रविंद्र रावत ने साइबर सेल में 31अगस्त को केस दर्ज कराया था. जिसमें उन्होंने बताया था कि एक व्यक्ति से विदेश से फंड ट्रांसफर और व्यापार में भागीदारी के नाम पर फोन व ईमेल के माध्यम से संपर्क कर विभिन्न खातों में धोखाधड़ी से लगभग 20 लाख जमा कराए गये. जिसके बाद एसटीएफ ने केस पंजीकृत कर टीमों को दिल्ली नोएडा और हरिद्वार कई राज्यों में रवाना किया. आरोपियों द्वारा प्रयोग किए गए मोबाइल नंबरों बैंक खातों और सीसीटीवी फुटेज की जानकारी लेने के बाद 9 सितंबर को एसटीएफ ने निवासी मैनपुरी मनोज कुमार और महिला लालमन स्वामी को मुनरिका नई दिल्ली से गिरफ्तार किया.
एसटीएफ डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि दोनों आरोपी अपने साथियों के साथ लगातार आम जनता से ठगी कर आर्थिक लाभ देने का प्रलोभन देकर साइबर क्राइम कर रहे थे. दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में नाइजीरियन अपराधियों द्वारा संगठित गिरोह का संचालन किया जा रहा है. आरोपियों और उनके सहयोगियों के खातों में 80 से 90 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन सामने आया है.
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कैसे करते थे धोखाधड़ी
साइबर की दुनिया में आम जनता के साथ नए-नए तरीके अपनाकर आरोपियों द्वारा धोखाधड़ी की जा रही है. इस तरह के मामलों में अपराधियों द्वारा आम जनता को व्यापार में भागीदारी लॉटरी जीतने विदेशी फंड को भारत में निवेश करने के नाम पर फंड ट्रांसफर और सोशल साइट के माध्यम से दोस्ती कर उपहार भेजने का लालच देकर धोखाधड़ी की जाती है.