देहरादून: दून चिड़ियाघर में दो युवा सदस्यों की एंट्री हुई है. दरअसल चिड़ियाघर में राजा नाम के गुलदार की मौत के बाद यहां पर शिकारी वन्य जीव की काफी डिमांड थी. हालांकि चिड़ियाघर में अभी काफी उम्रदराज रानी गुलदार मौजूद है. लेकिन अब यहां पर दो युवा तेंदुए लाए गए हैं. इसमें एक नर तेंदुआ है तो एक मादा तेंदुआ है.
देहरादून चिड़ियाघर को मिले दो नए मेहमान: देहरादून के चिड़ियाघर में अब पर्यटकों के लिए दो वन्यजीव आकर्षण का केंद्र रहेंगे. हरिद्वार के चिड़ियापुर रेस्क्यू सेंटर से दो तेंदुए को देहरादून चिड़ियाघर लाया गया है. इससे पहले चिड़ियाघर में शिकारी वन्यजीव के रूप में केवल एक उम्र दराज मादा गुलदार ही मौजूद है. चिड़ियाघर में लंबे समय से शिकारी बने जीव की डिमांड की जा रही थी. अब इन दो तेंदुओं के आने के बाद चिड़ियाघर में 2 नए सदस्य बढ़ गए हैं.
दो नन्हे तेंदुओं की चिड़ियाघर में एंट्री: यह दोनों ही तेंदुए हरिद्वार के चिड़ियापुर रेस्क्यू सेंटर में थे. करीब 8 से 10 दिन के होने के दौरान ही इन्हें जंगलों में वन विभाग ने रेस्क्यू किया था. इस तरह देखा जाए तो यह दोनों वन्यजीव बचपन से ही चिड़ियापुर रेस्क्यू सेंटर में रह रहे थे. इसमें एक मादा तेंदुआ करीब 1 साल की है. इसे टिहरी के नरेंद्र नगर क्षेत्र से रेस्क्यू किया गया था. दूसरा तेंदुआ नर है. इसकी उम्र करीब 9 महीने हुई है. इसे हरिद्वार के ही जंगलों से रेस्क्यू किया गया था.
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दून चिड़ियाघर में बाघ और भालू भी लाए जाएंगे: हालांकि देहरादून चिड़ियाघर में बाघ से लेकर भालू और दूसरे जानवरों को भी लाने की तैयारी है. लेकिन अब तक इस पर अंतिम मुहर नहीं लगी है. फिलहाल शिकारी वन्यजीव की जरूरत को अब यह दोनों युवा तेंदुए पूरा करेंगे और चिड़ियाघर में आकर्षण का केंद्र भी रहेंगे. इन दोनों तेंदुओं को लाने से पहले काफी तैयारी की गई थी. इनके लिए अलग बाड़े भी बनाये गए थे. चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन की अनुमति के बाद इन दोनों तेंदुए को रेस्क्यू सेंटर से चिड़ियाघर में लाया गया है.