देहरादून: उत्तराखंड में पिछले 5 दिन में एक भी संक्रमित मरीज सामने नहीं आया है. ऐसे में इसे उत्तराखंड वासियों के लिए बड़ी राहत के रूप में देखा जा रहा है. प्रदेश में अब तक 35 मरीजों में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है. जिसमें से 7 मरीज स्वस्थ होकर अस्पताल से छुट्टी ले चुके हैं. यानी अब आइसोलेट मरीजों की संख्या मात्र 28 रह गई है.
प्रदेश में पिछले 100 घंटे से भी ज्यादा के समय में एक भी मरीज के संक्रमित नहीं पाए जाने और अधिकतर सैंपल्स की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद अब उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार के फार्मूले और सक्रियता पर चर्चा होने लगी है. दरअसल, उत्तराखंड में लॉकडाउन के फौरन बाद पुलिस इंटेलिजेंस और सुरक्षा एजेंसियों ने जिस तेजी के साथ तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों को चिन्हित किया, उससे कोरोना वायरस के फैलने का खतरा बेहद कम हो गया.
यही नहीं सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश देते हुए क्वारंटाइन सेंटर से लेकर अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं जुटाने में भी सक्रियता दिखाई गई. नतीजतन इसका असर प्रदेश में दिखाई देने लगा है.
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उत्तराखंड में फिलहाल करीब 3000 लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन किया गया है. गढ़वाल मंडल और कुमाऊं मंडल विकास निगम समेत पूर्व सैनिक कल्याण और तमाम संस्थानों के रेस्ट हाउसेस को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है. इस तरह करीब 20,000 कैपेसिटी वाले 600 सेंटर चयनित कर लिए गए हैं. यही नहीं एनडीआरएफ और एसडीआरएफ मिलकर सेंटर्स को लेकर ट्रेनिंग भी दे रहे हैं. उधर, उत्तराखंड में हॉटस्पॉट चित्रों की संख्या भी 7 से बढ़कर 11 हो गई है और यहां सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया गया है.