वाराणसी/देहरादून : रविवार को उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने की घटना में मृत आत्माओं की शांति के लिए काशी के दशाश्वमेध घाट पर प्रसिद्ध गंगा आरती में विशेष पूजन और बाबा विश्वनाथ और मां गंगा से प्रार्थना की गई. गंगा आरती शुरू होने से पहले संकल्प के साथ मां गंगा से अपना रौद्र रूप शांत रखने की प्रार्थना की गई. वहीं संकल्प के बाद दो मिनट का मौन रख कर आपदा में मृत लोगों को श्रद्धांजलि दी गयी.
दरअसल, उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से अब तक कारीब 10 लोगों की जान जा चुकी है और सैकड़ों लोगों के लापता होने की सूचना है. वहीं आपदा को देखते हुए गंगा किनारे के सभी स्थानों पर एलर्ट जारी कर दिया गया है. गंगा सेवा निधि के कोषाध्यक्ष आशीष तिवारी ने बताया कि इसको लेकर मां गंगा की आरती और पूजन के साथ विशेष प्रार्थना की गई. ताकि लापता लोग जल्द से जल्द और सही सलामत मिलें. साथ ही जो लोग इस आपदा में अपनी जान गंवा चुके हैं, उनकी आत्मा को शांति मिले.
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आशीष तिवारी ने बताया कि मां भगवती से प्रार्थना किया गया कि जिस तरह वह काशी में शांत रूप में हम सबको अपना आशीर्वाद दे रही हैं. उसी तरह उत्तराखंड में भी अपने रौद्र रूप को शांत करें.