देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने एक जुलाई से उत्तराखंड चारधाम यात्रा को प्रदेश स्तर के साथ ही 25 जुलाई से अन्य राज्यों के लिए भी शुरू कर दी है. हालांकि, एक जुलाई से ही चारों धामों में आवाजाही शुरू हो गई थी. वहीं, सोमवार की शाम तक उत्तराखंड देवस्थानम् प्रबंधन बोर्ड की वेबसाइट www.badrinath-kedarnath.gov. in से 2,522 लोगों ने चारधाम की यात्रा पर आने के लिए ई-पास बुक कराए हैं. जिसमें बदरीनाथ धाम के लिए 737, केदारनाथ धाम के लिए 1513, गंगोत्री धाम के लिए 131, यमुनोत्री धाम के लिए 141 लोगों ने ई-पास बुक कराए हैं.
गौर हो कि अभी तक करीब एक लाख 45 हजार से अधिक तीर्थयात्री चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रमन रविनाथन ने बताया कि बदरीनाथ धाम और केदारनाथ धाम मंदिर में थर्मल स्क्रीनिंग, सैनिटाइजेशन, मास्क की व्यवस्थाएं कर दी गई हैं. इसके साथ ही मंदिरों में मूर्तियों को छूना, प्रसाद वितरण पर रोक है. देवस्थानम बोर्ड के यात्रा मार्ग सहित बदरीनाथ धाम और केदारनाथ यात्रा मार्ग पर गुप्तकाशी एवं सोनप्रयाग में यात्री विश्राम गृहों को यात्रियों के आवासीय प्रयोजन के लिए खोला जा चुका है.
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अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह ने बताया कि देवस्थानम बोर्ड द्वारा एक जुलाई से 19 अक्टूबर यानी बीते दिन शायं 5 बजे तक कुल 1,71,071 ई- पास जारी किये जा चुके हैं. ई- पास तीर्थ यात्रियों द्वारा दी गयी तिथियों हेतु जारी किये गये हैं, ताकि यात्रियों द्वारा लिए गए समय के अनुसार वो धाम के दर्शन कर सकें. वहीं, देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि चारधामों में अभी तक डेढ़ लाख, तीर्थ यात्री पहुंच चुके हैं. ऐसे में तीर्थयात्रियों से अपेक्षा की जा रही है कि अति आवश्यक होने पर ही धामों में रूकें और यात्री दर्शन के बाद निकटवर्ती स्टेशनों तक वापस आ जाएं.