देहरादूनः नियुक्तियां न होने से नाराज प्रशिक्षित बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट महासंघ के बैनर तले फार्मासिस्टों ने लैंसडाउन चौक पर बीजेपी सरकार और स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत का पुतला दहन किया. इस दौरान बेरोजगार फार्मासिस्टों ने सरकार और स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने उस शासनादेश की प्रतियां भी जलाई, जिसके तहत फार्मासिस्ट के पदों को खत्म किया गया है. वहीं, श्रीनगर में फार्मासिस्टों ने प्रदर्शन करते हुए जल्द नियुक्तिां देने की मांग की है.
प्रशिक्षित बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष महादेव गौड़ ने कहा कि जिन जनप्रतिनिधियों को उन्होंने चुनकर सरकार में भेजा है, वही लोग उनका उत्पीड़न करने पर तुले हुए हैं. उन्होंने कहा कि वो बीते कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों की लगातार अनदेखी कर रही है. यही वजह है कि आज पूरे प्रदेश में प्रदेश सरकार का पुतला दहन कर आक्रोश व्यक्त किया जा रहा है.
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स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत पर बरसे फार्मासिस्टः महादेव गौड़ ने कहा कि फार्मासिस्टों के 21 हजार पदों के लिए जो शासनादेश जारी हुआ था, उन्हीं पदों को सरकार की ओर से खत्म कर दिया गया. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर वो हमारी मांगों का संज्ञान लेते तो आज यह नौबत नहीं आती. इस पूरे प्रकरण में धन सिंह रावत ने नकारात्मक की भूमिका निभाई है.
बेरोजगार फार्मासिस्टों के आंदोलन को मिला कांग्रेस का साथः वहीं, बेरोजगार फार्मासिस्टों के प्रदर्शन में कांग्रेस नेता वैभव वालिया भी पहुंचे और उनकी मांगों को जायज ठहराते हुए सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि फार्मासिस्ट बीते कई दिनों से अपनी मांग को लेकर आंदोलनरत हैं, लेकिन सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने घोषणा पत्र में फार्मासिस्टों की समस्याओं को प्रमुखता से स्थान देगी.
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प्रशिक्षित बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट महासंघ या फार्मासिस्ट एसोसिएशन का कहना है कि उनका यह विरोध प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा. क्योंकि सरकार ने सिर्फ उन्हें झूठे सपने दिखा कर बरगलाने का काम किया है. बीते 135 दिन से लगातार उनका आंदोलन चल रहा है, लेकिन सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है. जिससे बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन आहत है.