देहरादून: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की तीन सीमाओं पर हो रहे धरना-प्रदर्शन को अब 8 माह से अधिक का समय हो चुका है. किसानों ने 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकालकर जिस तरह का माहौल बनाया वो किसी से छिपा नहीं है. इसके बाद भी किसानों और केंद्र सरकार के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन कोई हल नहीं निकल पाया.
अब एक बार फिर से केंद्र सरकार और किसानों के बीच बातचीत के जरिए इसका हल निकालने की बात हो रही है. केंद्र सरकार किसानों से बातचीत के लिए तैयार है. लेकिन किसान निमंंत्रण का इंतजार कर रहे हैं.
सोमवार 26 जुलाई को किसान आंदोलन के 8 माह पूरे होने के मौके पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि 8 महीने आंदोलन करने के बाद संयुक्त मोर्चा ने फैसला किया है कि वो उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब और पूरे देश में जाकर किसानों के बीच में अपनी बात रखेंगे और सरकार की नीति एवं काम को लेकर बात करेंगे.
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इसके लिए 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में बड़ी पंचायत का आयोजन होगा. उसके बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी. किसान नेता राकेश टिकैत समय-समय पर केंद्र सरकार पर निशाना साधते रहते हैं.