देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए लॉकडाउन लगाए जाने पर विचार किया गया. इस संबंध में अधिकतर मंत्रियों ने मुख्यमंत्री के सामने अपनी राय भी रखी है, हालांकि मुख्यमंत्री इस मामले पर आखिरी फैसला लेंगे. लेकिन विपक्ष इन परिस्थितियों में सरकार द्वारा सही फैसला नहीं लिए जाने की बात कह रहा है.
गुरुवार को उत्तराखंड में लॉकडाउन लगाने के विषय पर सीएम तीरथ सिंह रावत हाईकमान से बात कर सकते हैं. उत्तराखंड कोरोना संक्रमण के आंकड़े अब 24 घंटे में ही 8000 तक पहुंचते जा रहे हैं. इन स्थितियों में अब राज्य सरकार भी प्रदेश में कोरोना की चेन तोड़ने के लिए लॉकडाउन लगाने पर विचार कर रही है.
इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने मंत्रियों से मुलाकात कर मौजूदा स्थितियों में सुधार के लिए जरूरी कदम के संबंध में बातचीत की है. उम्मीद की जा रही है कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत हाईकमान से बातचीत के बाद इस पर कोई अंतिम निर्णय ले सकते हैं. फिलहाल उन जिलों में पूर्ण लॉकडाउन लगाया जा सकता है जहां पर सबसे ज्यादा संक्रमण के मामले आ रहे हैं.
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शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा कि संक्रमण की रोकथाम के लिए सभी जरूरी प्रयास किए जाएंगे. इसमें जो भी जरूरी निर्णय लिया जाना चाहिए उस पर फैसला होगा.
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उधर इस मामले पर सरकार की तरफ से भले ही फैसला लिया जाना बाकी हो. लेकिन विपक्ष इस पर सरकार की घेराबंदी कर रहा है. कांग्रेस के प्रदेश सचिव मथुरा दत्त जोशी का कहना है कि सरकार के पास एक साल का टाइम था. जिसमें वह कोरोना को लेकर तैयारी कर सकती थी, लेकिन सरकार की तरफ से कोई भी काम नहीं किया गया. लॉकडाउन लगाना कोई आखिरी हल नहीं है, इससे बेहतर यह है कि सरकार सुविधाओं पर काम करें.