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TIMELINE: ये है प्रयागराज से हरिद्वार तक आनंद गिरि से पूछताछ की पूरी कहानी

सीबीआई की टीम आनंद गिरि को लेकर प्रयागराज रवाना हो गई है. इससे पहले सीबीआई की टीम ने आनंद गिरि के आश्रम में छानबीन करते हुए उनसे घंटों पूछताछ की. इस दौरान सीबीआई ने एक लैपटॉप और मोबाइल जब्त किया है. आश्रम में लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला गया. सीबीआई की टीम हरिद्वार आश्रम से लैपटॉप और अन्य दस्तावेज, ट्रॉली बैग, सूटकेस लेकर गई है. हम आपको बताते हैं आनंद गिरि को प्रयागराज से हरिद्वार लाने और पूछताछ में कब क्या-क्या हुआ उसकी पूरी कहानी.

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प्रयागराज से हरिद्वार तक जाने आनंद गिरि की टाइम टू टाइम स्टोरी
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Published : Sep 30, 2021, 4:34 PM IST

Updated : Sep 30, 2021, 8:08 PM IST

हरिद्वार: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की प्रयागराज में हुई संदिग्ध मौत के मामले में कल बुधवार को सीबीआई की टीम आनंद गिरि को लेकर हरिद्वार पहुंची. सीबीआई टीम ने आनंद गिरि के श्यामपुर कांगड़ी गाजी वाली स्थित गंगा विक्रम सेना आश्रम में करीब 8 घंटे तक गहन छानबीन की. जिसके बाद वहां से लैपटॉप और जरूरी दस्तावेज लेकर सीबीआई की टीम रात करीब 3 बजे आश्रम से रवाना हो गयी.

सीबीआई की टीम जब आश्रम से बाहर आई तो अपने साथ एक ट्रॉली बैग, एक सूटकेस और एक सीलबंद लिफाफा ले गई. बताया गया कि इस सीलबंद लिफाफे में आनंद गिरि का लैपटॉप था. सीबीआई टीम के साथ आश्रम से बाहर निकलते हुए आनंद गिरि ने मीडिया के सवालों पर चुप्पी साधी. वे केवल हाथ जोड़कर सीबीआई टीम के साथ जाकर कार में सवार हो गए. सीबीआई की टीम के हरिद्वार पहुंचने और उनके निकलने तक सीओ सिटी अभय सिंह के नेतृत्व बड़ी संख्या में पुलिस बल आश्रम के बाहर ही तैनात रहा.

प्रयागराज से हरिद्वार तक जाने आनंद गिरि की टाइम टू टाइम स्टोरी

पढ़ें-नरेंद्र गिरि केस: CBI ने आनंद गिरि से की 8 घंटे पूछताछ, लैपटॉप-मोबाइल जब्त, CCTV खंगाले

श्री महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के मामले में उनके शिष्य आनंद गिरि को सुसाइड नोट में दोषी बताए जाने के बाद पुलिस ने आनंद गिरि को गिरफ्तार कर लिया था. न्यायालय से रिमांड लेकर उनसे तथा अन्य आरोपियों से प्रयागराज में ही पूछताछ चल रही थी, मगर इस बीच लगातार इस तरह की सूचनाएं आती रही कि सीबीआई की टीम आनंद गिरि को लेकर हरिद्वार पहुंच कर लैपटॉप और अन्य जरूरी सबूत आदि अपने कब्जे में लेगी.

पढ़ें- बलबीर गिरि बने नरेंद्र गिरि के उत्तराधिकारी, निरंजनी अखाड़े के पंचों ने किया फैसला

बुधवार शाम 5 बजे जौलीग्रांट पहुंची सीबीआई टीम: कल यानी बुधवार शाम 5:00 बजे के करीब सीबीआई की टीम प्रयागराज से आनंद गिरि को लेकर जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंची. आनंद गिरि को लेकर देहरादून और हरिद्वार समेत ऋषिकेश के जिस ठिकाने पर वो जाते थे, कयासबाजी चलती रही.

शाम 7 बजे टीम आनंद गिरि को लेकर पहुंची हरिद्वार: जिसके बाद शाम करीब 7 बजे सीबीआई की टीम के लगभग 12 सदस्य चार इनोवा गाड़ियों में सवार होकर जौलीग्रांट एयरपोर्ट से सीधे आनंद गिरि के आश्रम गंगा विक्रम आश्रम पहुंचे. सीबीआई की टीम के पहुंचने पर आश्रम में लगी हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण की सील को प्राधिकरण के कर्मचारियों ने तोड़ा. जिसके बाद सीबीआई की टीम के सभी सदस्य आश्रम के अंदर गये.

आश्रम में कटी थी लाइट: आश्रम में लाइट कटी होने के कारण केबल मंगवा कर इलेक्ट्रीशियन के माध्यम से लाइट जुड़वाई गई. जिसके बाद सीबीआई की छानबीन का सिलसिला शुरू हुआ. ये काम लगभग 8 घंटे तक चला. रात लगभग 3 बजे सीबीआई की टीम अपने साथ लैपटॉप और अन्य दस्तावेज, ट्रॉली बैग, सूटकेस आदि को लेकर अपनी गाड़ियों से रवाना हो गई.

पढ़ें- जानिए कौन हैं बलबीर गिरि, जिन्हें महंत नरेंद्र गिरि बना गए अपना उत्तराधिकारी

रात 3 बजे आश्रम से गेस्ट हाउस पहुंची सीबीआई: बताया जा रहा है कि सीबीआई की टीम आश्रम से निकलकर हरिद्वार के ही एक गेस्ट हाउस में रुकी. जिसके बाद सुबह होते ही सीबीआई टीम ने अपने आप को दो भागों में बांट दिया. जहां से आनंद गिरी को हरिद्वार के जिला हॉस्पिटल ले जाया गया. जहां उनका मेडिकल करवाया गया. उसके बाद टीम सीधा एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गई.

आज दोपहर प्रयागराज रवाना हुई टीम: दोपहर 1:45 बजे सीबीआई की टीम जौली ग्रांट एयरपोर्ट से आनंद गिरि को प्रयागराज लेकर रवाना हो गई. दरअसल महंत नरेंद्र गिरि ने प्रयागराज में ही कथित रूप से फांसी लगाई थी. उनकी संदिग्ध मौत के तमाम सुबूत प्रयागराज में ही मिलने की संभावना है. इसलिए सीबीआई फिर से आनंद गिरि को प्रयागराज लेकर चली गई.

पढ़ें- नरेंद्र गिरि सुसाइड केस में CBI की आनंद गिरि से घंटों पूछताछ, जुटाए सबूत

एक ओर आनंद गिरि से CBI की पूछताछ, दूसरी ओर चुना जा रहा था नरेंद्र गिरि का उत्तराधिकारी: एक ओर जहां हरिद्वार में सीबीआई टीम अपनी कार्रवाई को अंजाम दे रही थी, वहीं दूसरी ओर हरिद्वार के निरंजनी अखाड़े के सभी संत नरेंद्र गिरी के उत्तराधिकारी के चयन के लिये जुटे थे. निरंजनी अखाड़े के पंचों की बैठक 11 बजे शुरू हुई. जो 12 बजे तक चली. जिसमें बलबीर गिरि को महंत नरेंद्र गिरि का उत्तराधिकारी घोषित किया गया. साथ ही श्री महंत द्वारा निरंकारी की परंपरा और संस्कृति को बनाए रखने के लिए 1 बोर्ड का भी गठन किया गया. जिसमें अखाड़े के पांच श्री महंत रहेंगे.

हरिद्वार: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की प्रयागराज में हुई संदिग्ध मौत के मामले में कल बुधवार को सीबीआई की टीम आनंद गिरि को लेकर हरिद्वार पहुंची. सीबीआई टीम ने आनंद गिरि के श्यामपुर कांगड़ी गाजी वाली स्थित गंगा विक्रम सेना आश्रम में करीब 8 घंटे तक गहन छानबीन की. जिसके बाद वहां से लैपटॉप और जरूरी दस्तावेज लेकर सीबीआई की टीम रात करीब 3 बजे आश्रम से रवाना हो गयी.

सीबीआई की टीम जब आश्रम से बाहर आई तो अपने साथ एक ट्रॉली बैग, एक सूटकेस और एक सीलबंद लिफाफा ले गई. बताया गया कि इस सीलबंद लिफाफे में आनंद गिरि का लैपटॉप था. सीबीआई टीम के साथ आश्रम से बाहर निकलते हुए आनंद गिरि ने मीडिया के सवालों पर चुप्पी साधी. वे केवल हाथ जोड़कर सीबीआई टीम के साथ जाकर कार में सवार हो गए. सीबीआई की टीम के हरिद्वार पहुंचने और उनके निकलने तक सीओ सिटी अभय सिंह के नेतृत्व बड़ी संख्या में पुलिस बल आश्रम के बाहर ही तैनात रहा.

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श्री महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के मामले में उनके शिष्य आनंद गिरि को सुसाइड नोट में दोषी बताए जाने के बाद पुलिस ने आनंद गिरि को गिरफ्तार कर लिया था. न्यायालय से रिमांड लेकर उनसे तथा अन्य आरोपियों से प्रयागराज में ही पूछताछ चल रही थी, मगर इस बीच लगातार इस तरह की सूचनाएं आती रही कि सीबीआई की टीम आनंद गिरि को लेकर हरिद्वार पहुंच कर लैपटॉप और अन्य जरूरी सबूत आदि अपने कब्जे में लेगी.

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बुधवार शाम 5 बजे जौलीग्रांट पहुंची सीबीआई टीम: कल यानी बुधवार शाम 5:00 बजे के करीब सीबीआई की टीम प्रयागराज से आनंद गिरि को लेकर जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंची. आनंद गिरि को लेकर देहरादून और हरिद्वार समेत ऋषिकेश के जिस ठिकाने पर वो जाते थे, कयासबाजी चलती रही.

शाम 7 बजे टीम आनंद गिरि को लेकर पहुंची हरिद्वार: जिसके बाद शाम करीब 7 बजे सीबीआई की टीम के लगभग 12 सदस्य चार इनोवा गाड़ियों में सवार होकर जौलीग्रांट एयरपोर्ट से सीधे आनंद गिरि के आश्रम गंगा विक्रम आश्रम पहुंचे. सीबीआई की टीम के पहुंचने पर आश्रम में लगी हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण की सील को प्राधिकरण के कर्मचारियों ने तोड़ा. जिसके बाद सीबीआई की टीम के सभी सदस्य आश्रम के अंदर गये.

आश्रम में कटी थी लाइट: आश्रम में लाइट कटी होने के कारण केबल मंगवा कर इलेक्ट्रीशियन के माध्यम से लाइट जुड़वाई गई. जिसके बाद सीबीआई की छानबीन का सिलसिला शुरू हुआ. ये काम लगभग 8 घंटे तक चला. रात लगभग 3 बजे सीबीआई की टीम अपने साथ लैपटॉप और अन्य दस्तावेज, ट्रॉली बैग, सूटकेस आदि को लेकर अपनी गाड़ियों से रवाना हो गई.

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रात 3 बजे आश्रम से गेस्ट हाउस पहुंची सीबीआई: बताया जा रहा है कि सीबीआई की टीम आश्रम से निकलकर हरिद्वार के ही एक गेस्ट हाउस में रुकी. जिसके बाद सुबह होते ही सीबीआई टीम ने अपने आप को दो भागों में बांट दिया. जहां से आनंद गिरी को हरिद्वार के जिला हॉस्पिटल ले जाया गया. जहां उनका मेडिकल करवाया गया. उसके बाद टीम सीधा एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गई.

आज दोपहर प्रयागराज रवाना हुई टीम: दोपहर 1:45 बजे सीबीआई की टीम जौली ग्रांट एयरपोर्ट से आनंद गिरि को प्रयागराज लेकर रवाना हो गई. दरअसल महंत नरेंद्र गिरि ने प्रयागराज में ही कथित रूप से फांसी लगाई थी. उनकी संदिग्ध मौत के तमाम सुबूत प्रयागराज में ही मिलने की संभावना है. इसलिए सीबीआई फिर से आनंद गिरि को प्रयागराज लेकर चली गई.

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एक ओर आनंद गिरि से CBI की पूछताछ, दूसरी ओर चुना जा रहा था नरेंद्र गिरि का उत्तराधिकारी: एक ओर जहां हरिद्वार में सीबीआई टीम अपनी कार्रवाई को अंजाम दे रही थी, वहीं दूसरी ओर हरिद्वार के निरंजनी अखाड़े के सभी संत नरेंद्र गिरी के उत्तराधिकारी के चयन के लिये जुटे थे. निरंजनी अखाड़े के पंचों की बैठक 11 बजे शुरू हुई. जो 12 बजे तक चली. जिसमें बलबीर गिरि को महंत नरेंद्र गिरि का उत्तराधिकारी घोषित किया गया. साथ ही श्री महंत द्वारा निरंकारी की परंपरा और संस्कृति को बनाए रखने के लिए 1 बोर्ड का भी गठन किया गया. जिसमें अखाड़े के पांच श्री महंत रहेंगे.

Last Updated : Sep 30, 2021, 8:08 PM IST
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