देहरादून: उत्तराखंड एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) और एंटी ड्रग्स फोर्स की संयुक्त टीम ने तीन नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है. तीनों के पास पुलिस को 35 लाख रुपए की अफीम बरामद हुई है. दीपावली के समय नेपाल से देहरादून लाई जा रही भारी मात्रा में अफीम की खेप के साथ नेपाल मूल के तीन (तिब्बती) ड्रग तस्कर गिरफ्तार किए गये हैं. पिछले पांच सालों में पुलिस ने पहली बार इतनी बड़ी मात्रा में अफीम बरामद की है.
पुलिस के मुताबिक तीनों लंबे समय से अवैध नशा तस्करी का काम कर रहे हैं. आरोपी नेपाल से उत्तर प्रदेश और वहां देहरादून के अलग-अलग हिस्सों में अफीम की सप्लाई करने के लिए यहां आए थे. तीनों आरोपियों का नाम मारीच तमांग, महेश और नरेंद्र जगमल है. मारीच इस गिरोह का सरगना है. पुलिस अभी तीनों आरोपियों के आपराधिक इतिहास खंगाल रही है.
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जानकारी के मुताबिक, एसटीएफ के गिरफ्त में आए नेपाल मूल के तीनों ही नशा तस्कर नेपाल से उत्तर प्रदेश होते हुए देहरादून के अलग-अलग हिस्सों में नशे की खेप सप्लाई करने में लंबे समय से सक्रिय थे, जिसके चलते एसटीएफ की टीमें तस्करों की धरपकड़ में जुटी हुई थीं. इसी क्रम में मुखबिर की सटीक सूचना के आधार पर एसटीएफ और एडीटीएफ की टीम ने घेराबंदी कर देहरादून क्लेमेंट टाउन क्षेत्र से तीन अंतरराष्ट्रीय तस्करों को माल सहित गिरफ्तार किया.
एसटीएफ सीओ अंकुश मिश्रा ने बताया कि गिरोह का सरगना मारीच तमांग (46) अपने दो साथी महेश कुल्ला मल्ल (46) और नरेंद्र जंगमल (33) के सहयोग से अफीम की की सप्लाई में लंबे समय से सक्रिय था. गिरफ्त में आए तीनों ही नशा तस्करों से पूछताछ में जानकारी प्राप्त हुई कि वह नेपाल से उत्तर प्रदेश रास्ते देहरादून पहुंचकर डिमांड के अनुसार अफीम लाकर ऊंचे दामों में भेजते थे. बरामद माल की बाजारी कीमत करीब 35 लाख रुपए है. आरोपियों के पूर्व आपराधिक इतिहास और इनके नेटवर्क से जुड़े अन्य व्यक्तियों की बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.