देहरादून: नागरिकता संसोधन और एनआरसी को लेकर पिछले 38 दिनों से राजधानी देहरादून में चल रहा धरना प्रदर्शन मुस्लिम समुदाय द्वारा कुछ दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया है. सिटी मजिस्ट्रेट और सिटी एसपी के समझाने के बाद लोगों ने धरना स्थगित करने का फैसला लिया. धरना स्थगित होने से प्रशासन और पुलिस ने राहत की सांस ली है.
CAA और NRC के खिलाफ उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में पिछले 38 दिनों से चल रहे धरना- प्रदर्शन को जिला प्रशासन की प्रभावी पहल के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने फिलहाल स्थगित कर दिया है. गैरसैंण विधानसभा सत्र और होली जैसे त्योहार को देखते हुए CAA के विरोध में जारी धरना प्रदर्शन समाप्त होने से शासन प्रशासन ने बड़ी राहत की सांस ली है.
देहरादून पुलिस भारी फोर्स के साथ प्रदर्शनकारियों को उठाने परेड ग्राउंड पहुंची थी, लेकिन इसी बीच एसपी सिटी श्वेता चौबे और सिटी मजिस्ट्रेट अनुराधा पाल ने धरने का नेतृत्व करने वाले लोगों से बातचीत की. काफी समझाने के बाद लोगों की सहमति के बाद धरना स्थगित कर दिया गया.
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देहरादून सिटी मजिस्ट्रेट अनुराधा पाल ने बताया कि उनके द्वारा मुस्लिम समुदाय के लोगों से चर्चा के वक्त इस बात का आग्रह किया गया कि उनके द्वारा पिछले 38 दिनों से धरना प्रदर्शन के माध्यम से दिया गया संदेश प्रदेश व केंद्र तक पहुंच चुका है. ऐसे में वह आपसी भाईचारा और सौहार्द पूर्ण माहौल को कायम रखने के चलते अपना धरना स्थगित कर दें. जिसे प्रदर्शनकारियों ने मान लिया है. हालांकि आने वाले दिनों में अगर दोबारा धरना प्रदर्शन की अनुमति मांगी जाएगी तो उस वक्त परिस्थितियों को देखते हुए जिला प्रशासन निर्णय लेगा.
प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाली साजिया फातिमा ने बताया कि होली जैसे त्योहार में उत्तराखंड में आपसी भाईचारा और सौहार्द बना रहे. इसी को देखते हुए जिला प्रशासन ने उनके साथ वार्ता कर धरना को स्थगित करने की अपील की थी. जिसे धरना पर बैठने वाले मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मान लिया है. इसी के चलते फिलहाल यह धरना कुछ दिनों के लिए स्थगित किया जा रहा है. हालांकि उनका कानून को लेकर विरोध आगे भी जारी रहेगा और जरूरत पड़ने वे लोग जिला प्रशासन से अनुमति लेने के बाद फिर से धरना प्रदर्शन पर बैठ सकते हैं.