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उत्तराखंड में शिक्षा व्यवस्था सुधारने की कवायद, अब होगी शिक्षकों की ग्रेडिंग

प्रदेश में शिक्षकों की परफॉर्मेंस का डाटा तैयार करने पर काम किया जा रहा है. प्रदेश में शिक्षा के हालात को सुधारने और गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने की दिशा में शिक्षा विभाग कुछ नए प्रयोग करने जा रहा है.

शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए सूबे में विशेष पहल.
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Published : Nov 22, 2019, 12:46 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में शिक्षा की गुणवत्ता का सही आंकलन करने के लिए महकमे ने प्रयास तेज कर दिए हैं. इसके लिए विभाग थर्ड पार्टी एसेसमेंट करवाने जा रहा है, ताकि राज्यभर के स्कूलों में गुणवत्ता को लेकर सही आंकलन हो सके. इसके साथ ही शिक्षकों की परफॉर्मेंस का डाटा तैयार करने पर भी काम किया जा रहा है.

प्रदेश में शिक्षा के हालात को सुधारने और गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने की दिशा में शिक्षा विभाग कुछ नए प्रयोग करने जा रहा है. इसके लिए महकमे ने एक विशेष डाटा तैयार करने की शुरुवात की है. जिसके जरिए न केवल शिक्षकों की परफॉर्मेंस का सही आंकलन किया जा सकेगा, बल्कि प्रदेशभर के स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को भी जांचा जा सकेगा.

शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए सूबे में विशेष पहल.

दरअसल शिक्षा विभाग थर्ड पार्टी एसेसमेंट करने की कोशिश कर रहा है. जिसमें प्रदेशभर के तमाम स्कूलों से छात्रों की शैक्षिक गुणवत्ता का खाका तैयार किया जाएगा. खाका तैयार करने के बाद जुटाए गए आंकड़ों के जरिए उनकी शैक्षिक स्थिति को विभाग जान सकेगा और इसी के आधार पर शैक्षिक गुणवत्ता को लेकर कार्यक्रम भी चलाए जा सकेंगे.

यह भी पढ़ें-फीस वृद्धि को लेकर छात्रों का प्रदर्शन, मुफ्त शिक्षा की मांग

इसके अलावा शिक्षकों की ग्रेडिंग भी की जाएगी. जिसमें विभिन्न स्कूलों की परफॉर्मेंस के आधार पर शिक्षकों की ग्रेडिंग की जाएगी. यही नहीं महकमा प्रतिमाह शिक्षकों की परफॉर्मेंस को जानने के लिए भी शिक्षकों के मासिक स्तर पर किए गए काम का डाटा तैयार करेगा. खास बात यह है कि सबसे बेहतर परफॉर्मेंस देने वाले शिक्षकों को मैंटर शिक्षक के तौर पर रखा जाएगा, जोकि बाकी शिक्षकों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने के लिए प्रशिक्षित करेगा.

देहरादून: उत्तराखंड में शिक्षा की गुणवत्ता का सही आंकलन करने के लिए महकमे ने प्रयास तेज कर दिए हैं. इसके लिए विभाग थर्ड पार्टी एसेसमेंट करवाने जा रहा है, ताकि राज्यभर के स्कूलों में गुणवत्ता को लेकर सही आंकलन हो सके. इसके साथ ही शिक्षकों की परफॉर्मेंस का डाटा तैयार करने पर भी काम किया जा रहा है.

प्रदेश में शिक्षा के हालात को सुधारने और गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने की दिशा में शिक्षा विभाग कुछ नए प्रयोग करने जा रहा है. इसके लिए महकमे ने एक विशेष डाटा तैयार करने की शुरुवात की है. जिसके जरिए न केवल शिक्षकों की परफॉर्मेंस का सही आंकलन किया जा सकेगा, बल्कि प्रदेशभर के स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को भी जांचा जा सकेगा.

शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए सूबे में विशेष पहल.

दरअसल शिक्षा विभाग थर्ड पार्टी एसेसमेंट करने की कोशिश कर रहा है. जिसमें प्रदेशभर के तमाम स्कूलों से छात्रों की शैक्षिक गुणवत्ता का खाका तैयार किया जाएगा. खाका तैयार करने के बाद जुटाए गए आंकड़ों के जरिए उनकी शैक्षिक स्थिति को विभाग जान सकेगा और इसी के आधार पर शैक्षिक गुणवत्ता को लेकर कार्यक्रम भी चलाए जा सकेंगे.

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इसके अलावा शिक्षकों की ग्रेडिंग भी की जाएगी. जिसमें विभिन्न स्कूलों की परफॉर्मेंस के आधार पर शिक्षकों की ग्रेडिंग की जाएगी. यही नहीं महकमा प्रतिमाह शिक्षकों की परफॉर्मेंस को जानने के लिए भी शिक्षकों के मासिक स्तर पर किए गए काम का डाटा तैयार करेगा. खास बात यह है कि सबसे बेहतर परफॉर्मेंस देने वाले शिक्षकों को मैंटर शिक्षक के तौर पर रखा जाएगा, जोकि बाकी शिक्षकों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने के लिए प्रशिक्षित करेगा.

Intro:summary- उत्तराखंड में शिक्षा की गुणवत्ता का सही आंकलन करने के लिए महकमे ने प्रयास तेज कर दिए हैं... इसके लिए विभाग थर्ड पार्टी एसेसमेंट करवाने जा रहा है.. ताकि राज्य भर के स्कूलों का गुणवत्ता को लेकर सही आकलन हो सके... यही नही शिक्षकों की परफॉर्मेंस का डाटा तैयार करने पर भी काम किया जा रहा है...


Body:प्रदेश में शिक्षा के हालातों को सुधारने और गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने की दिशा में शिक्षा विभाग कुछ नए प्रयोग करने जा रहा है... इसमें महकमे ने एक विशेष डाटा तैयार करने की शुरुवात की है.. जिसके जरिए न केवल शिक्षकों की परफॉर्मेंस का सही आकलन किया जा सकेगा, बल्कि प्रदेश भर के स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को भी जांचा जा सकेगा... दरअसल शिक्षा विभाग थर्ड पार्टी एसेसमेंट करने की कोशिश कर रहा है.. जिसमें प्रदेश भर के तमाम स्कूलों से छात्रों की शैक्षिक गुणवत्ता का खाका तैयार किया जाएगा.. इसके बाद बच्चों के जुटाए आंकड़ों के जरिए उनकी शैक्षिक स्थिति को विभाग जान सकेगा... और इसी के आधार पर शैक्षिक गुणवत्ता को लेकर कार्यक्रम भी चलाए जा सकेंगे... मैक्वा इसके अलावा शिक्षकों की ग्रेडिंग भी करने जा रहा है... जिसमें विभिन्न स्कूलों की परफॉर्मेंस के आधार पर शिक्षकों की ग्रेडिंग की जाएगी.. यही नहीं महकमा प्रतिमाह शिक्षकों की परफॉर्मेंस को जाने के लिए भी शिक्षकों के मासिक स्तर पर किए गए काम का डाटा तैयार करेगा।।। खास बात यह है कि सबसे बेहतर परफॉर्मेंस देने वाले शिक्षकों को मैंटर शिक्षक के तौर पर रखा जाएगा... जो कि बाकी शिक्षकों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने के लिए प्रशिक्षित करेंगे...

बाइट मीनाक्षी सुंदरम सचिव शिक्षा, उत्तराखंड


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