देहरादून: उत्तराखंड में शिक्षा की गुणवत्ता का सही आंकलन करने के लिए महकमे ने प्रयास तेज कर दिए हैं. इसके लिए विभाग थर्ड पार्टी एसेसमेंट करवाने जा रहा है, ताकि राज्यभर के स्कूलों में गुणवत्ता को लेकर सही आंकलन हो सके. इसके साथ ही शिक्षकों की परफॉर्मेंस का डाटा तैयार करने पर भी काम किया जा रहा है.
प्रदेश में शिक्षा के हालात को सुधारने और गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने की दिशा में शिक्षा विभाग कुछ नए प्रयोग करने जा रहा है. इसके लिए महकमे ने एक विशेष डाटा तैयार करने की शुरुवात की है. जिसके जरिए न केवल शिक्षकों की परफॉर्मेंस का सही आंकलन किया जा सकेगा, बल्कि प्रदेशभर के स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को भी जांचा जा सकेगा.
दरअसल शिक्षा विभाग थर्ड पार्टी एसेसमेंट करने की कोशिश कर रहा है. जिसमें प्रदेशभर के तमाम स्कूलों से छात्रों की शैक्षिक गुणवत्ता का खाका तैयार किया जाएगा. खाका तैयार करने के बाद जुटाए गए आंकड़ों के जरिए उनकी शैक्षिक स्थिति को विभाग जान सकेगा और इसी के आधार पर शैक्षिक गुणवत्ता को लेकर कार्यक्रम भी चलाए जा सकेंगे.
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इसके अलावा शिक्षकों की ग्रेडिंग भी की जाएगी. जिसमें विभिन्न स्कूलों की परफॉर्मेंस के आधार पर शिक्षकों की ग्रेडिंग की जाएगी. यही नहीं महकमा प्रतिमाह शिक्षकों की परफॉर्मेंस को जानने के लिए भी शिक्षकों के मासिक स्तर पर किए गए काम का डाटा तैयार करेगा. खास बात यह है कि सबसे बेहतर परफॉर्मेंस देने वाले शिक्षकों को मैंटर शिक्षक के तौर पर रखा जाएगा, जोकि बाकी शिक्षकों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने के लिए प्रशिक्षित करेगा.