देहरादूनः सुराज सेवादल के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के महानगर महासचिव मेहरबान अली के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने दून अस्पताल के इमरजेंसी के बाहर प्रदर्शन किया. साथ ही प्रदर्शनकारियों ने दून अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट के खिलाफ भी नारेबाजी कर अपना विरोध दर्ज कराया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने अस्पताल प्रशासन पर भ्रष्टाचार में संलिप्त होने के आरोप भी लगाए. वहीं, उन्होंने बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग भी उठाई.
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि गरीब मरीजों को यहां उपचार नहीं किया जा रहा है. जबकि, अव्यवस्थाओं भी चरम पर है. यहां गंदगी से चारों ओर दुर्गंध ही दुर्गंध फैल रही है. सुराज सेवा दल के प्रदेश अध्यक्ष रमेश जोशी का कहना है कि दून अस्पताल सरकारी अस्पताल होने के बावजूद मरीजों से दवाइयां बाहर से मंगाई जा रही है. इससे मरीजों को खासी दिक्कतें आ रही है. उन्होंने कहा कि इमरजेंसी में आ रहे अधिकतर मरीजों को कोरोनेशन अस्पताल रेफर कर दिया जाता है.
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उन्होंने आयुष्मान कार्ड मात्र जुमलेबाजी बताते हुए कहा कि आयुष्मान कार्ड धारकों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. जिससे मरीजों को भारी परेशानियां हो रही है. रमेश जोशी ने कहा कि ऊंची पहुंच वाले मरीजों को इलाज में प्राथमिकता दी जाती है. जबकि, बिना पहुंच वालों को यहां इलाज कराने के लिए भटकना पड़ता है. सुराज सेवादल के कार्यकर्ताओं ने दून अस्पताल प्रबंधन को साफ तौर पर चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कुछ दिनों के भीतर व्यवस्था ही नहीं सुधरती है तो प्रदेश भर में हस्ताक्षर अभियान चलाकर बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं का विरोध किया जाएगा.
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क्या बोले मेडिकल सुपरिटेंडेंट: वहीं, मौके पर पहुंचे दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. एनएस खत्री ने प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझाकर शांत किया. इस दौरान डॉ. खत्री ने कहा कि दल के कार्यकर्ताओं ने मरीजों को होने वाली दिक्कतों से अवगत कराया है. दून अस्पताल आयुष्मान का एक बड़ा हॉस्पिटल है, ऐसे में यहां आयुष्मान के काफी पेशेंट आते हैं. अस्पताल में उनके लिए व्यवस्थाएं भी की है, लेकिन कुछ चीजें छूट गई है तो उन दिक्कतों को दूर किया जाएगा. ताकि मरीजों को कोई परेशानी ना हो.