देहरादून: राजधानी स्थित सुभारती मेडिकल कॉलेज का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब छात्रों और अभिभावकों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उनकी मांग है कि एमसीआई के निर्धारित मानकों के मुताबिक, सुभारती मेडिकल कॉलेज के छात्रों को सरकारी मेडिकल कॉलेजों में राज्य कोटे के तहत दाखिला दिया जाए.
बता दें कि 2 साल पहले एमसीआई ने सुभारती मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया था. इस दौरान एमसीआई टीम ने कॉलेज में तमाम खामियां पाई थी और सुभारती मेडिकल कॉलेज की मान्यता रद्द कर दी थी. जिसके बाद कॉलेज प्रबंधन ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कॉलेज को सील करने के आदेश के साथ ही राज्य सरकार को कॉलेज का अधिग्रहण कर खुद संचालन करने को कहा था.
शनिवार को मीडिया से मुखातिब होते हुए कॉलेज के छात्रों ने बताया कि सरकारी कोटे पर उनका सुभारती मेडिकल कॉलेज में दाखिला हुआ था. उनकी मांग है कि राज्य कोटे के अनुसार किसी अन्य सरकारी मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिया जाए. नहीं तो वह उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे.
वहीं, अभिभावकों का कहना है कि पिछले 4 महीने से उनके बच्चे घर पर बैठे हुए हैं. इस मामले में उन्हें बस हर जगह से कोरा आश्वासन ही मिल रहा है. मैनेजमेंट कोटे वाले छात्रों को सरकारी कॉलेज में एडजस्ट करने के बाद अब राज्य कोटे वाले छात्रों को प्राइवेट कॉलेज दिया जा रहा है. जबकि, नियमानुसार पहले राज्य कोटे के छात्रों को सरकारी मेडिकल कॉलेज मिलना चाहिए. उन्होंने सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है.