देहरादून: उत्तराखंड में शिक्षा विभाग छात्र-छात्राओं के भविष्य और शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए लगातार नए-नए प्रयोग कर रहा है. इसी क्रम में अब प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग सरकारी विद्यालयों में 10वीं और 12वीं में बोर्ड परीक्षा देने वालों छात्र-छात्राओं के लिए बड़ी रियायत देने की तैयारी कर रहे हैं. शिक्षा विभाग और परीक्षा से संबंधित बोर्ड 10वीं और 12वीं में दो विषयों में फेल होने वाले छात्र-छात्राओं को पास होने के लिए एक मौका और देगा. जो छात्र इस दूसरे प्रयास में पास हो जाएगा, उसे उसी वर्ष दूसरी कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा.
शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में हर वर्ष लाखों बच्चे 10वीं और 12वीं कक्षा में बोर्ड परीक्षा देते हैं. इनमें से करीब 17 से 18 प्रतिशत छात्र-छात्राएं फेल हो जाते हैं. आज के समय में बोर्ड परीक्षा में फेल होने के कारण कई छात्र-छात्राएं अवसाद में चले जाते हैं, जबकि इन छात्र-छात्राओं के फेल होने के पीछे कई कारण होते हैं. इसमें छात्र की पारिवारिक परिस्थिति और स्वास्थ्य संबंधी कई परेशानी होती हैं. इसलिए अब शिक्षा विभाग ने छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए इस विषय पर बड़ा मंथन करने और सुझाव लेने के बाद अब एक उचित निर्णय लिया है.
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शिक्षा मंत्री का कहना है कि शिक्षा विभाग ने निर्णय लिया है कि आगामी शैक्षिक वर्ष से 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में अगर कोई छात्र या छात्रा दो विषयों में फेल हो जाता है तो उसको इन विषयों में उत्तीर्ण होने के लिए अतिरिक्त समय दिया जाएगा. इन फेल हुए छात्र-छात्राओं की 90 दिन के भीतर दोबारा बोर्ड की ओर से परीक्षा करवाई जायेगी. इस दूसरी परीक्षा में जो छात्र-छात्रा उत्तीर्ण होंगे, उन्हें उसी वर्ष में दूसरी कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा. रावत ने कहा कि यह कदम छात्र-छात्राओं के भविष्य के लिए मील का पत्थर साबित होगा.