देहरादून: यूकेएसएसएससी स्नातक स्तरीय परीक्षा 2021 पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने 44वीं गिरफ्तारी की है. एसटीएफ ने यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में लखीमपुर के पेट्रोल पंप मालिक और लखनऊ के प्रॉपर्टी डीलर 25 हजार का इनामी रूपेंद्र कुमार जायसवाल को लखनऊ से गिरफ्तार किया है.
आरोप है कि पेपर होने से पहले ही रूपेंद्र कुमार ने जेल में बंद सादिक मूसा को आरएमएस प्रिंटिंग प्रेस के कर्मचारी कसान से मिलाया. जिसके बाद रूपेंद्र ने कसान से लीक पेपर को लेकर सादिक मूसा को दिया. इसके एवज रूपेंद्र कुमार जायसवाल को 5 लाख मिलने थे. फिलहाल आरएमएस प्रिंटिंग प्रेस का कर्मचारी कसान फरार चल रहा है, जिसकी तलाश जारी है.
यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्त सादिक मूसा के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले रूपेंद्र कुमार जायसवाल को गिरफ्तारी किया. एसपी एसटीएफ चंद्र मोहन ने बताया एसटीएफ ने पेपर लीक मामले में अभियुक्तों की आगे की कड़ियों की लगातार तलाश जारी रखी हुई है. अभियुक्त रूपेंद्र कुमार जायसवाल ने आरएमएस साल्यूशन कंपनी के कर्मचारी से पेपर प्राप्त कर अभियुक्त सादिक मूसा को लीक आउट पेपर दिया. इस लीक आउट पेपर से अभ्यर्थियों को नकल की तैयारी करायी गयी.
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गौरतलब है कि आरोपी रूपेंद्र कुमार जायसवाल साल 2011 से ही प्रिटिंग कंपनी के मालिक राजेश कुमार चौहान से जुड़ा हुआ था और अक्सर कंपनी में राजेश कुमार से मिलने जाता था. वहीं पर इसकी पहचान सादिक मूसा और कसान से हुई थी. इसके अलावा रूपेंद्र कुमार जायसवाल का नाम 2015-16 दारोगा भर्ती गड़बड़ी मामले में भी सामने आया है.
अभियुक्त की गिरफ्तारी के बाद पुलिस भर्ती की जांच कर रहे विजिलेंस टीम भी रूपेंद्र कुमार जायसवाल से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई करेगी. इसके अलावा लखनऊ से गिरफ्तार रूपेंद्र कुमार के खिलाफ भी गैंगस्टर एक्ट के तहत संपत्ति जब्त की कार्रवाई की जाएगी. वहीं, फरार आरोपी कसान सहित अभी कई और लोगों की गिरफ्तारी की जाएगी.