ETV Bharat / state

दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री ने पेश की मिसाल, प्रदेश की तरक्की के लिए छोड़ दी सारी सरकारी सुविधाएं - मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत

भगत राम कोठारी बीती 7 मार्च को ही गन्ना और चीनी उद्योग विकास बोर्ड का अध्यक्ष बने थे.

Bhagat Ram Kothari
author img

By

Published : Apr 26, 2019, 4:54 PM IST

Updated : Apr 26, 2019, 10:05 PM IST

ऋषिकेश: राज्य की आर्थिक स्थिति को देखते हुए गन्ना और चीनी उद्योग विकास बोर्ड के अध्यक्ष भगत राम कोठारी ने सरकार से मिलने वाली सभी सुविधाएं, मानदेय और भत्ते छोड़ने का फैसला लिया है. कोठरी के इस फैसले की सब सराहना कर रहे है. सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी कोठारी के इस फैसले का स्वागत करते हुए उनकी तारीफ की है.

भगत राम कोठारी से खास बातचीत

पढ़ें- साध्वी प्रज्ञा के बयानों पर दो धड़ों में बंटा संत समाज, समर्थन में उतरे जूना अखाड़े के थानापति

भगत राम कोठारी बीती 7 मार्च को ही गन्ना और चीनी उद्योग विकास बोर्ड का अध्यक्ष बने थे. ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत करते हुए कोठारी ने कहा कि उत्तराखंड एक नया राज्य है. इसकी आर्थिक मजबूत नहीं हो पाई है. प्रदेश काफी कर्जे में डूबा हुआ है. इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने पद के अनुरूप मिलने वाले मानदेय समेत अन्य सुविधाएं छोड़ने का फैसला लिया है.

पढ़ें- 6 महीने में ही झड़ गये नकली दांत, अब डॉक्टर से मिल रही जान से मारने की धमकी

कोठारी ने बताया कि उन्हें उत्तराखंड सरकार की ओर से जो सुविधाएं मिल रही हैं. उन पर हर महीने एक से डेढ़ लाख रुपए का खर्च आता है. इस पैसे का उपयोग प्रदेश के हित में हो सकते इसलिए उन्होंने ये सारी सुविधाएं छोड़ी हैं.

इन सुविधाओं का किया त्याग

  • मानदेय के रूप में एक दर्जाधारी राज्य मंत्री को प्रतिमाह15 हजार रुपए मिलते है.
  • राज्य मंत्री को शासकीय वाहन में खर्च के लिए 50 हजार रुपए दिए जाते हैं.
  • राज्य मंत्री को मुख्यालय से बाहर की यात्राओं हेतु 700 रुपए प्रतिदिन दैनिक भत्ता दिया जाता है.
  • शासकीय आवास न मिलने पर राज्य मंत्री को 15 हजार रुपए प्रतिमाह भत्ता दिया जाता है.
  • राज्य मंत्री को प्रतिमाह 2 हजार रुपए टेलीफोन और मोबाइल की सुविधा के लिए दिए जाते हैं.
  • राज्य मंत्री को रेल द्वारा यात्रा करने के लिए उच्चतम श्रेणी का टिकट मिलता है.
  • वहीं हवाई सेवाओं के लिए एक माह में दो यात्रा टिकट मिलते हैं.
  • राज्य मंत्री को चतुर्थ श्रेणी का एक कर्मचारी उपलब्ध कराया जाता है. जिसका वेतन कम से कम 12000 रुपए प्रतिमाह होता है.

ऋषिकेश: राज्य की आर्थिक स्थिति को देखते हुए गन्ना और चीनी उद्योग विकास बोर्ड के अध्यक्ष भगत राम कोठारी ने सरकार से मिलने वाली सभी सुविधाएं, मानदेय और भत्ते छोड़ने का फैसला लिया है. कोठरी के इस फैसले की सब सराहना कर रहे है. सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी कोठारी के इस फैसले का स्वागत करते हुए उनकी तारीफ की है.

भगत राम कोठारी से खास बातचीत

पढ़ें- साध्वी प्रज्ञा के बयानों पर दो धड़ों में बंटा संत समाज, समर्थन में उतरे जूना अखाड़े के थानापति

भगत राम कोठारी बीती 7 मार्च को ही गन्ना और चीनी उद्योग विकास बोर्ड का अध्यक्ष बने थे. ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत करते हुए कोठारी ने कहा कि उत्तराखंड एक नया राज्य है. इसकी आर्थिक मजबूत नहीं हो पाई है. प्रदेश काफी कर्जे में डूबा हुआ है. इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने पद के अनुरूप मिलने वाले मानदेय समेत अन्य सुविधाएं छोड़ने का फैसला लिया है.

पढ़ें- 6 महीने में ही झड़ गये नकली दांत, अब डॉक्टर से मिल रही जान से मारने की धमकी

कोठारी ने बताया कि उन्हें उत्तराखंड सरकार की ओर से जो सुविधाएं मिल रही हैं. उन पर हर महीने एक से डेढ़ लाख रुपए का खर्च आता है. इस पैसे का उपयोग प्रदेश के हित में हो सकते इसलिए उन्होंने ये सारी सुविधाएं छोड़ी हैं.

इन सुविधाओं का किया त्याग

  • मानदेय के रूप में एक दर्जाधारी राज्य मंत्री को प्रतिमाह15 हजार रुपए मिलते है.
  • राज्य मंत्री को शासकीय वाहन में खर्च के लिए 50 हजार रुपए दिए जाते हैं.
  • राज्य मंत्री को मुख्यालय से बाहर की यात्राओं हेतु 700 रुपए प्रतिदिन दैनिक भत्ता दिया जाता है.
  • शासकीय आवास न मिलने पर राज्य मंत्री को 15 हजार रुपए प्रतिमाह भत्ता दिया जाता है.
  • राज्य मंत्री को प्रतिमाह 2 हजार रुपए टेलीफोन और मोबाइल की सुविधा के लिए दिए जाते हैं.
  • राज्य मंत्री को रेल द्वारा यात्रा करने के लिए उच्चतम श्रेणी का टिकट मिलता है.
  • वहीं हवाई सेवाओं के लिए एक माह में दो यात्रा टिकट मिलते हैं.
  • राज्य मंत्री को चतुर्थ श्रेणी का एक कर्मचारी उपलब्ध कराया जाता है. जिसका वेतन कम से कम 12000 रुपए प्रतिमाह होता है.
Intro:FEED SEND ON LU
ऋषिकेश-- उत्तराखंड सरकार में पिछले माह 7 मार्च 2019 में राज्य सरकार के द्वारा ऋषिकेश के भगत राम कोठारी को गन्ना और चीनी उद्योग विकास बोर्ड का अध्यक्ष बनाते हुए राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया,लेकिन राज्य मंत्री बनने के बाद प्रदेश के हित मे सोचते हुए अगले ही दिन यानी 8 मार्च से भगत राम कोठारी ने राज्यमंत्री स्तर की अनुमन्य सुविधाएं,मानदेय,भत्ते को छोड़ने का एलान किया।


Body:वी/ओ--दर्जाधारी राज्य मंत्री भगत राम कोठारी ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में बताया कि उन्होंने सरकार के द्वारा मिलने वाली सुविधाओं को प्रदेश के हित में त्यागने का मन बनाया है उन्होंने कहा कि प्रदेश इस समय कर्जे में है ऐसे में मेरे द्वारा छोड़ी जा रही सरकारी सुविधाएं प्रदेश के हित में काम आ सकती हैं सरकार के द्वारा मिल रही सुविधाओं में एक राज्य मंत्री पर लगभग डेढ़ लाख रुपए खर्च होता है अब ऐसे में भगत राम कोठारी के द्वारा छोड़ी गई सरकारी सुविधाएं सरकारी खाते में जाएंगी जो निश्चित तौर पर प्रदेश के हित में काम आएगी, भगत राम कोठारी ने कहा कि इसी तरह से आगे भी प्रदेश के हित में कार्य करते रहेंगे वर्तमान में भारत राम कोठारी उत्तराखंड गन्ना एवं चीनी विकास उद्योग बोर्ड अध्यक्ष हैं।

वन टू वन -- भगतराम कोठारी,दर्जाधारी राज्यमंत्री,उत्तराखण्ड


Conclusion:वी/ओ-- दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री भगत राम कोठारी के द्वारा छोड़े गए सरकारी सुविधाएं चर्चा का विषय बनी हुई है इस निर्णय का सभी लोग खूब सराहना कर रहे हैं, वहीं राज्य मंत्री के इस फैसले का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी तारीफ कर चुके हैं।

क्या क्या छोड़ा जानिए--

1- मानदेय के रूप में एक राज्य मंत्री को प्रतिमा 15 हजार रुपए मिलते हैं।
2- एक राज्य मंत्री को शासकीय वाहन में खर्च के लिए 50 हजार रुपए दिए जाते हैं
3- एक राज्य मंत्री को मुख्यालय से बाहर की यात्राओं हेतु 700 रुपए प्रतिदिन दैनिक भत्ता दिया जाता है।
4- शासकीय आवास ना मिलने पर राज्य मंत्री को 15 हजार रुपए प्रतिमा भत्ता दिया जाता है।
5- एक राज्य मंत्री को प्रतिमाह 2 हजार रुपए टेलीफोन और मोबाइल की सुविधा के लिए दिए जाते हैं।
6- एक राज्य मंत्री को पद्य कर्तव्यों में रेल द्वारा यात्रा करने के लिए उच्चतम श्रेणी बर्थ तथा हवाई सेवाओं के लिए एक माह में दो यात्रा अनुमन्य होता है।
7- एक राज्य मंत्री को चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी उपलब्ध कराया जाता है जिसका वेतन कम से कम 12000 रुपए प्रतिमाह होता है।
Last Updated : Apr 26, 2019, 10:05 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.