देहरादून: देश में एक तरफ अनलॉक का तीसरा चरण शुरू हो चुका है. वहीं दूसरी तरफ बात देश के साथ ही प्रदेश की करें तो पहाड़ी प्रदेश उत्तराखंड में दिन प्रतिदिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है. ऐसे में स्वास्थ्य महकमे के सामने सबसे बड़ी चुनौती अनलॉक के बीच कोविड-19 की जांच में तेजी लाने की है.
गौरतलब है कि प्रदेश में शनिवार को 264 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है. जिसके बाद प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 7447 हो चुकी है. ऐसे में स्वास्थ्य महकमे की ओर से लगातार प्रदेश में कोविड-19 के टेस्ट बढ़ाने की बात कही जा रही है.
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प्रदेश में वर्तमान में यहां हो रहे हैं कोविड-19 के टेस्ट
गौरतलब है कि प्रदेश में वर्तमान में 5 कोविड-19 टेस्ट लैब मौजूद हैं . इसमें एक लैब हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल में है, दूसरी दून अस्पताल देहरादून, तीसरी एम्स ऋषिकेश, चौथी आईआईपी देहरादून और पांचवी आईवीआरआई मुक्तेश्वर में है. इन सभी लैब्स में प्रतिदिन 1000 कोविड-19 के लक्षणों वाले मरीजों के RT- PCR ( Reverse Transcription polymerase chain reaction) टेस्ट किए जा रहे हैं.
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ईटीवी भारत के साथ कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बारे में बात करते हुए स्वास्थ्य महानिदेशक उत्तराखंड डॉ.अमिता उप्रेती ने बताया कि प्रदेश में पिछले एक महीने में कोविड-19 के टेस्ट काफी तेजी के साथ किए जा रहे हैं. जिसके कारण प्रदेश में अधिक कोरोना के मामलों की पुष्टि हो रही है. उन्होंने कहा अब अनलॉक का तीसरा चरण शुरू हो चुका है. ऐसे में प्रदेश में कोविड-19 के टेस्ट और तेजी से किये जाएंगे. इसके लिए जहां राजधानी देहरादून में आईसीएमआर की गाइडलाइन के तहत महंत इंद्रेश अस्पताल और एचआईटी ( हिमालयन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ) में कोविड-19 के लिए नए टेस्ट लैब बनाई जाएंगी. जिसके बाद प्रदेश में 7 लैबों के माध्यम से कोविड-19 की टेस्टिंग हो सकेगी.
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गौरतलब है कि कोविड-19 की टेस्टिंग को रफ्तार देने म लिए प्रदेश के सभी 13 जनपदों में 16 Truenet मशीनें भी स्थापित की गई हैं. स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती के मुताबिक प्रदेश में जल्दी Trunet मशीन की संख्या भी बढ़ने जा रही है. दरअसल हंस फाउंडेशन की ओर से 10 नई Truenet मशीनें दी जा रही हैं. जिसके बाद प्रदेश में Truenet मशीनों की कुल संख्या 26 हो जाएगी. वहीं एक Truenet मशीन से प्रतिदिन 20 से 28 कोविड-19 टेस्ट किए जा सकते हैं.
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बहरहाल, स्वास्थ्य महकमे की ओर से प्रदेश में कोविड-19 टेस्ट बढ़ाने की बात की जा रही है, लेकिन वास्तव में प्रदेश में कोविड-19 की टेस्टिंग कितनी रफ्तार पकड़ पाती है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा.