देहरादून: युवक-युवतियों की फटी जींस के पहनावे पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की ओर से दिए गए बयान का राज्य बाल आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने समर्थन किया है. उनके मुताबिक मुख्यमंत्री का जींस को लेकर दिया बयान गलत तरह से दर्शाया जा रहा है, जबकि उन्होंने यह बयान भारतीय संस्कृति को लेकर दिया है. उनका कहना है कि विपक्ष बात की गंभीरता को समझे बगैर बेवजह इस पूरे बयान को तूल दे रहा है.
ऊषा नेगी के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने बड़े ही सरल अंदाज में युवाओं से पश्चिमी संस्कृति की बजाय भारतीय संस्कृति को अपनाने का आह्वान किया है. जहां अन्य देशों में लोग भारतीय संस्कृति को अपना रहे हैं तो वहीं अपने देश के युवा पश्चिमी संस्कृति की ओर ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं. यदि इसी तरह चलता रहा तो वह दिन दूर नहीं होगा जब हमारी भारतीय संस्कृति पूरी तरह से विलुप्त हो जाएगी.
पढ़ें: फटी जींस पर सीएम तीरथ का ज्ञान, बोले- पश्चिमी संस्कृति के पीछे पागल युवा
गौर हो कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की ओर से राजधानी देहरादून में बाल अधिकार संरक्षण आयोग की ओर से आयोजित राष्ट्र स्तरीय कार्यशाला में युवाओं के पहनावे पर यह विवादित बयान दिया गया था, जिसमें मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा था कि आजकल के युवा फटी जींस पहन कर अपनी अमीरी जताने का प्रयास करते हैं, जबकि यह सीधे तौर पर उनके संस्कारों को दर्शाता है. सीएम ने इसके लिए ऐसे युवक युवतियों के अभिभावकों को जिम्मेदार बताया था जो अपने बच्चों को संस्कार देना भूल गए.