देहरादून: मुजफ्फरनगर कांड की बरसी पर आज शहीद स्मारक पर राज आंदोलनकारियों ने धरना देते हुए काला दिवस मनाया. इस दौरान राज्य आंदोलनकारियों ने मुजफ्फरनगर कांड के दोषियों को सजा दिलाने समेत अपनी विभिन्न मांगों को लेकर न्याय दो जवाब दो यात्रा निकाली.
घंटाघर पहुंचने पर तमाम राज्य आंदोलनकारियों ने स्व. इंद्रमणि बडोनी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. राज्य आंदोलनकारी प्रदीप कुकरेती ने कहा एक तरफ जहां भाजपा जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रही है तो वहीं कांग्रेस पार्टी परिवर्तन यात्रा निकालने में लगी हुई है. दोनों दल 2022 में सत्ता पाने के लिए यह यात्रा निकाल रहे हैं. लेकिन राज्य आंदोलनकारियों को न्याय पाने के लिए न्याय दो जवाब दो यात्रा निकालने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.
पढ़ें- एवलॉन्च की चपेट में आया माउंट त्रिशूल फतह करने गया नौसेना का दल, 5 पर्वतारोही सुरक्षित, 5 लापता
प्रदीप कुकरेती का कहना कहना है कि क्या कारण है कि 27 साल बाद भी राज्य आंदोलनकारियों को न्याय नहीं मिल पा रहा है. सभी आंदोलनकारी सरकार से पूछना चाहते हैं कि आज तक राज आंदोलनकारियों के लिए सरकार ने कोई भी कल्याणकारी योजनाएं नहीं निकाली. प्रदेश की राजधानी तय नहीं है. प्रदेश में भू कानून तय नहीं है. प्रदेश में रोजगार को लेकर नीतियां तय नहीं हो रही हैं. इसलिए सभी आंदोलनकारी आज उत्तराखंड विधानसभा से जवाब मांग रहे हैं. आखिर सरकार शहीदों के प्रति क्या जिम्मेदारी निभा रही है.
पढ़ें- त्रिशूल पर्वत पर बर्फ में दबे दिखे हैं 3 से 4 पर्वतारोही, निकालने के प्रयास जारी
वहीं, महिला मंच की संयोजक सावित्री बिष्ट ने भी राज्य आंदोलनकारियों की मांगें पूरी ना होने पर अपनी नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा राज्य की मूल अवधारणा न तो अब तक पूरी हो पाई है और ना ही मुजफ्फरनगर कांड के दोषियों को सजा मिल पाई है.