हरिद्वार: खेल एवं युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्य (Sports and Youth Welfare Minister Rekha Arya) ने हरिद्वार के रोशनाबाद स्थित स्टेडियम में जिला स्तरीय खेल महाकुंभ-2022 का विधिवत शुभारंभ किया. इस दौरान बच्चों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां प्रस्तुत दी गईं. खेल महाकुंभ में खिलाड़ियों ने विभिन्न खेलों में शानदार प्रदर्शन किया. खेल मंत्री ने सभी खिलाड़ियों को भविष्य के लिए शुभकामनायें दी.
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्य (uttarakhand cabinet minister) ने कहा कि हमारी सरकार ने शिक्षा के साथ खेलों में भी विद्यार्थियों को जोड़ने का प्रयास किया है. स्कूल का होमवर्क, आधुनिक जीवन शैली और स्मार्ट फोन पर बीत रहे बचपन में खेल कहीं गुम सा हो गया था. खेल महाकुंभ (District Level Sports Mahakumbh in Haridwar) की शुरुआत इसे फिर से पटरी पर लाने का प्रयास कर रही है. मंत्री ने कहा कि आज के दौर में खिलाड़ियों के लिए खेल का दायरा महज मनोरंजन और फिटनेस तक सीमित नहीं रहा, बल्कि अब इसमें खिलाड़ियों को सुनहरे करियर नजर आ रहे हैं, जिसके लिए हम प्रयत्नशील हैं. खिलाड़ियों के लिए सरकार सरकारी नौकरियों में चार प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण पर कार्य कर रही है, जिससे हमारे खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी का लाभ मिल सके.
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रेखा आर्य ने कहा कि खेल महाकुंभ की शुरुआत न्याय पंचायत स्तर से शुरू की गई थी, जो कि अब ब्लॉक स्तर से होते हुए जिला स्तर पर आयोजित हो रही है. इसमें विभिन्न खेलों के प्रतिभागी अपनी प्रतिभा दिखा रहे हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि इस छोटे से राज्य में करीब तीन लाख प्रतिभागी खिलाड़ी खेलों में हिस्सा ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि खेल हमें तनाव मुक्त रखने के साथ ही टीम भावना सिखाते हैं. खेलने से जहां तन-मन स्वस्थ होता है, तो वहीं तनाव भी दूर होता है. साथ ही खेल मंत्री रेखा आर्य ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया और कहा कि जिस तरह उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से जाना जाता है, हमारा प्रयास है कि भविष्य में इसे हम खेलों की भूमि के नाम से भी जानें.
खिलाड़ियों को विश्वस्तर की सुविधाएं मिलें इसको लेकर विभाग लगातार प्रयासरत है. हमारी सरकार ने 8 से 14 वर्ष के खिलाड़ियों के लिए मुख्यमंत्री खिलाड़ी उदीयमान उन्नयन योजना शुरू की है. जिसका लाभ खिलाड़ियों को अपनी खेल की बुनियादी जरूरतें पूरा करने में मिल रहा है. उन्होंने खिलाड़ियों को खेलों में खेल भावना से भाग लेने का आह्वान करते हुए कहा कि पहले जहां खेल महज एक मनोरंजन का साधन होता था, वहीं आज खेलों के क्षेत्र में भी करियर की अपार संभावनाएं बनी रहती हैं. कामयाब खिलाड़ी देश का नाम रोशन करने के अलावा नौकरी के क्षेत्र में सक्रिय होकर अपने विभाग का नाम भी रोशन करता है.