मसूरी: देश भर में गणेशोत्सव की धूम देखी जा रही है, वहीं पहाड़ों की रानी मसूरी भी गणपति बप्पा मोरया के जयकारों से गुंजायमान रही. देरशाम सनातन धर्म मंदिर में स्थापित गणपति की मूर्ति के साथ शोभायात्रा निकाली गई, जिसके बाद गणपति बप्पा से अगले बरस जल्दी आने का निवदेन कर उनकी मूर्ति को यमुना नदी में विसर्जित कर दिया गया.
बता दें कि नगर में पहली बार श्री गणेश सेवा समिति द्वारा गणेशोत्सव का आयोजन किया गया था. जिसमें 9 सितंबर को नगर के सनातन धर्म मंदिर में गणेश की मूर्ति की पूजा-अर्चना कर स्थापना की गई थी. मान्यता है कि, गणेश चतुर्थी के दिन ही भगवान गणपति का जन्म हुआ था. इस दिन भक्त भगवान गणेश की मूर्ति घर लाकर उनकी पूजा अर्चना करते हैं. जिसके 10 दिन बाद अनंत चतुर्दशी पर विसर्जन कर गणपति बप्पा को विदाई दी जाती है. इस दौरान श्रद्धालु गणपति से अगले वर्ष जल्दी आने का वादा भी लेते हैं. कोई भी शुभ कार्य बिना उनकी पूजा किये आरंभ नहीं होता.
वहीं, बुधवार की शाम श्रद्धालुओं ने शहर के मुख्य मार्गों पर मसूरी सनातन धर्म मंदिर से गणेश भगवान की मूर्ति के साथ शोभायात्रा निकाली. इस मौके पर श्रद्धालुओं ने भगवान गणेश से उनका आशीर्वाद लिया. जिसके बाद गणपति बप्पा मोरया अगले बरस तू जल्दी आना के जयकारे के साथ मूर्ति को यमुना नदी में विसर्जित किया गया. वहीं इस मौके पर पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता, समिति अध्यक्ष अनुराग रस्तोगी सहित कई लोगों ने गणपति बप्पा का आशीर्वाद लिया.